Edited By Seema Sharma,Updated: 29 Oct, 2020 12:42 PM
फरवरी 2019 में पाकिस्तान ने जब भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को बंधक बना लिया था तब पाकिस्तान में एक उच्च स्तरीय मीटिंग में तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बताया था कि भारत पाकिस्तान पर हमला करने वाला है। भारत के हमले की...
नेशनल डेस्क: फरवरी 2019 में पाकिस्तान ने जब भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को बंधक बना लिया था तब पाकिस्तान में एक उच्च स्तरीय मीटिंग में तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बताया था कि भारत पाकिस्तान पर हमला करने वाला है। भारत के हमले की बात सुनकर मीटिंग में मौजूद पाक सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा के पैर कांपने लगे थे। यह दावा किसी और नहीं बल्कि पाकिस्तान के एक सांसद ने किया है।
सासंद के मुताबिक उसी मीटिंग में इमरान खान सरकार ने विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने का फैसला लिया था। पाकिस्तान असेंबली के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने कहा कि भारत के हमले की आशंका से उस समय पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे और चेहरे पर पसीना आ रहा था। बाजवा की हालत देखकर साफ पता चल रहा था कि उसको भारत के हमले का डर सता रहा है।
पाकिस्तानी सांसद अयाज सादिक ने दावा किया कि मुझे याद है महमूद शाह कुरैशी उस बैठक में मौजूद थे, जिसमें इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया था। उस वक्त कुरैशी के पैर कांप रहे थे, माथे पर पसीना था, कुरैशी ने कहा, खुदा के वास्ता अब इसको (अभिनंदन) को वापस जाने दें, क्योंकि रात 9 बजे हिंदुस्तान पाकिस्तान पर हमला कर रहा है।
वहीं पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने भी पाकिस्तान की संसद में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि भारत के खौफ से विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को छोड़ा गया। आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान के जेहन में भारत को लेकर इस कद्र डर था कि उसने बना समय गंवाए हिंदुस्तान के सामने घुटने टेक दिए और अभिनंदन को रिहा कर दिया।