Edited By rajesh kumar,Updated: 01 Dec, 2022 08:25 PM
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शरद पवार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि, मुस्लिम वोटों के खिसकने के डर से शिवाजी का नाम नहीं लेते राकांपा प्रमुख।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार अपने भाषण में कभी भी छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम नहीं लेते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेने से मुस्लिम वोटों पर प्रभाव पड़ेगा और उनका समर्थन खिसक जाएगा।
कोकण दौरे के पहले चरण में कोल्हापुर पहुंचे ठाकरे ने यहां सिंधुदुर्ग में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पवार अपने भाषण में कभी छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम का उल्लेख नहीं करते हैं और वह केवल शाहू-अंबेडकर एवं महात्मा फुले का नाम लेते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने पर मुस्लिम लोग राकांपा से दूर हो जाएंगे और उनका मुस्लिम वोट बैंक प्रभावित होगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि राकांपा प्रमुख मराठा समुदाय और बाकी समुदायों के बीच विभाजन के साथ दो समूहों वाले समाज का निर्माण करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे दोनों समुदायों के वोट उनकी जेब में रहें, इसलिए उनके पास शिवाजी महाराज के लिए कोई सोच नहीं है। छत्रपति शिवाजी महाराज से संबंधित विवादास्पद बयानों और उनसे जुड़े इतिहास पर जारी विवादों पर ठाकरे ने कहा कि अगर कोई कुछ कहता है तो इससे विवाद उत्पन्न होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जातिगत राजनीति और इस पर विवाद 1999 में राकांपा की स्थापना के समय ही शुरू हुआ था।