Edited By Tanuja,Updated: 01 Apr, 2021 04:40 PM
पाकिस्तान की इमरान खान सरकार 24 घंटों के भीतर ही भारत से कपास और चीनी के आयात के फैसले को लेकर बैकफुट पर आ गई है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान खान की कैबिनेट ...
इस्लामाबादः पाकिस्तान की इमरान खान सरकार 24 घंटों के भीतर ही भारत से कपास और चीनी के आयात के फैसले को लेकर बैकफुट पर आ गई है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान खान की कैबिनेट ने भारत से कपास और चीनी आयात करने के कैबिनेट आर्थिक समन्वय समिति के फैसले को खारिज कर दिया है। एक तरफ पाक का कपड़ा उद्योग भारत से कपास मंगाने की मांग कर रहा है जबकि कट्टरपंथी इस बात के लिए इमरान सरकार की आलोचना कर रहे हैं कि वह कश्मीर फैसले में बदलाव बिना कैसे भारत के सामने झुक गई।
कपास की कमी के कारण पाकिस्तानी कपड़ा उद्योग को भारी संकट से गुजरना पड़ रहा है। पाकिस्तान के कपड़ा मंत्रालय ने भारत से कपास के आयात पर लगे बैन को हटाने की सिफारिश की थी ताकि कच्चे माल की कमी को दूर किया जा सके। इसी दबाव में इमरान खान सरकार ने पहले कपास के आयात को मंजूरी दी लेकिन जब राजनीतिक दलों ने उन्हें घेरना शुरू किया तो उसे खारिज कर दिया।
गुरुवार पाकिस्तानी कैबिनेट के फैसले में कपास के आयात के फैसले पर रोक लगाने का निर्णय हुआ। इससे पहले पाकिस्तान की कैबिनेट आर्थिक समन्वय समिति ने बुधवार को भारत के साथ व्यापार को फिर से शुरू करने को मंजूरी दे दी थी। समिति ने कहा था कि पाकिस्तान 30 जून 2021 से भारत से कॉटन का आयात करेगा। पाकिस्तान सरकार ने निजी क्षेत्र को भारत से चीनी के आयात को भी मंजूरी दे दी थी।
बता दें कि पाकिस्तान ने वर्ष 2016 में भारत से कॉटन और अन्य कृषि उत्पादों के आयात पर रोक दिया था। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में चीनी की बढ़ती कीमतों और संकटों से जूझ रहे कपड़ा उद्योग को बचाने के लिए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने भारत के साथ व्यापार की फिर से शुरुआत करने को मंजूरी दी थी। दोनों देशों में तनावपूर्ण रिश्तों के बीच यह पाकिस्तान का भारत के साथ संबंधों को सुधारने की दिशा में पहला बड़ा प्रयास माना जा रहा था।