Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Oct, 2018 05:47 PM
स्वास्थ्य विभाग की फीमेल मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों की काम छोड़ों हड़ताल जारी है। शनिवार को भी अपने हकों को लेकर वर्करों ने धरना देकर विभाग की लचर कार्यप्रणाली की आलोचना की।
कठुआ (गुरप्रीत): स्वास्थ्य विभाग की फीमेल मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों की काम छोड़ों हड़ताल जारी है। शनिवार को भी अपने हकों को लेकर वर्करों ने धरना देकर विभाग की लचर कार्यप्रणाली की आलोचना की। वर्करों ने कहा कि सरकार व विभाग दोनों की मांगों को अनदेखा कर उनके साथ अन्याय कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रही महिला वर्कर ने कहा कि पिछले 48 दिनों से लगातार हड़ताल के बावजूद सरकार नींद से नहीं जाग रही है। उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांग यही है कि 2211 हेड के तहत नियमित वेतन देने को लेकर व्यवस्था की जाए। हालांकि गत दिनों कठुआ दौरे पर आए विभाग के उपनिदेशक ने कहा था कि उनका वेतन जारी कर दिया गया है लेकिन यह सब झूठ है उन्हें अब तक कोई बकाया वेतन नहीं मिल पाया है।
उन्होंने कहा कि अगर विभाग वेतन जारी कर भी देता है तो वो तो उन्हें किए गए काम का वेतन मिलेगा लेकिन भविष्य में वेतन नियमित हो, इसके लिए विभाग के पास क्या व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा डी.पी.सी. भी होनी चाहिए। वर्कर पिछले कई दशकों से डी.पी.सी. न होने से पदोन्नतियों के लाभ से वंचित रह रहे हैं। इसके साथ ग्रेड उन्हें फीमेल मल्टीपपर्पज हेल्थ वर्कर का दिया जाए। उन्होंने कहा कि इन तमाम मांगों को लेकर वे संघर्षरत हैं और जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे संघर्ष से पीछे हटने वाले नहीं हैं।