Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 06:03 PM
एमएनएस कार्यकर्ताओं की पिटाई के मामले में महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एमएनएस वर्कर्स ने उन पर लोगों को भड़काने और बगैर अनुमति सभा करने का आरोप लगाया है। दरअसल शनिवार को मलाड इलाके में कब्जा हटाने पहुंचे...
नेशनल डेस्क: एमएनएस कार्यकर्ताओं की पिटाई के मामले में महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एमएनएस वर्कर्स ने उन पर लोगों को भड़काने और बगैर अनुमति सभा करने का आरोप लगाया है। दरअसल शनिवार को मलाड इलाके में कब्जा हटाने पहुंचे एमएनएस वर्कर्स पर फेरीवालों ने हमला कर दिया था जिसमें पार्टी के कई कार्यकर्ता जख्मी हुए थे। एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। निरुपम पर इन्हीं फेरीवालों को भड़काने का आरोप है।
वहीं पुलिस ने 7 फेरीवाले के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) के तहत मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया है। संजय निरुपम ने एमएनएस और भाजपा को ललकारते हुए कहा था कि खुद को बचाने के लिए अगर कानून हाथ में लेना पड़े तो लो, लेकिन गुंडों से मार मत खाओ। उनकी सभा खत्म होते ही एमएनएस कार्यकर्ता मलाड स्टेशन पर फेरीवालों के बीच पहुंचे तो उनपर हमला कर दिया गया।
गौरतलब है कि एलिफिंस्टन भगदड़ हादसे के बाद से फेरीवाले एमएनएस के निशाने पर हैं। एमएनएस का आरोप है कि स्टेशन के फुटओवर ब्रिज और बाहर निकलने के रास्तों पर फेरीवालों की वजह से लोगों को परेशानी होती है और हादसे की आशंका बनी रहती है। एमएनएस नेता राज ठाकरे ने सभा लेकर रेल प्रशासन को चेतावनी दी थी कि 15 दिन के अंदर अगर प्रशासन ने सभी फेरीवालों को हटाया नहीं तो एमएनएस कार्यकर्ता खुद अपने स्टाइल में हटाएंगे। 15 दिन पूरे होने के बाद से मुंबई के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने फेरीवालों की पिटाई की है उनके सामानों का नुकसान किया है।