Edited By Yaspal,Updated: 13 Jul, 2018 08:05 PM
विदेश मंत्रालय ने सीबीआई से कई अधिकारियों के जीपीएफ अकाउंट में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की है। सीबीआई ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
नेशनल डेस्कः विदेश मंत्रालय ने सीबीआई से कई अधिकारियों के जीपीएफ अकाउंट में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की है। सीबीआई ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई मुख्यालय में एसीबी ब्रांच में ये मामला दर्ज किया गया है, जिसकी सीबीआई के डीएसपी रणविजय सिंह की अगुवाई में जांच की जा रही है। वहीं इस मामले को एसीबी ब्रांच के एसपी वी एम मित्तल खुद मॉनिटर कर रहे हैं। सीबीआई अब मामले की जांच में जुटी है कि आखिर जीपीएफ अकाउंट से पैसे कैसे निकाले गए हैं। शुरूआती जांच में ये 92 लाख की अवैध निकासी का मामला नजर आ रहा है, लेकिन इस रकम में और शिकायतों की संख्या में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इस फ्रॉड का शिकार हुए कर्मचारी विदेश मंत्रालय के मूल अधिकारी नहीं हैं बल्कि ये अधिकारी डेप्युटेशन पर हैं। विदेश मंत्रालय ने पहले जीपीएफ और बाद में सीबीआई से मामले की जांच का अनुरोध किया है, जांच प्रक्रिया जारी है।
मामले का शिकार हुए विदेश मंत्रालय में कार्यरत लोगों के नाम और इसके जीपीएफ अकाउंट से गायब रकम में अधिकारियों के नाम...
- अंकित शर्मा - 25 लाख - सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया , सफदरजंग ,नई दिल्ली
- अनुज सिंह टोकस - 25 लाख - केनरा बैंक ,बरेली ,यूपी
- राज कुमार गांजर -20 लाख - यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक ,साकेत ,दिल्ली
- वी डी महतो - 20 लाख -यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ,गुवाहाटी
- राम कुमार - 22 लाख - एक्सिस बैंक , जनकपुरी ,नई दिल्ली