Edited By Seema Sharma,Updated: 23 May, 2018 01:08 PM
पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाने के साथ ही उत्तराखंड में जंगलों में भड़की आग की घटनाओं में अचानक इजाफा हो गया है और पिछले दो दिन में ही जंगलों में आग लगने की 65 घटनाएं सामने आई हैं जबकि 600 फायर अलर्ट मिले। वहीं इस आग से अधिकारियों की चिंता...
देहरादून: पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाने के साथ ही उत्तराखंड में जंगलों में भड़की आग की घटनाओं में अचानक इजाफा हो गया है और पिछले दो दिन में ही जंगलों में आग लगने की 65 घटनाएं सामने आई हैं जबकि 600 फायर अलर्ट मिले। वहीं इस आग से अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है और उन्होंने कहा है कि लगातार जारी शुष्क मौसमी दशाओं से स्थिति बिगड़ सकती है। दूसरी तरफ इस आग का खतरा उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा पर भी मंडराने लगा है, क्योंकि धीरे-धीरे ये आग पहाड़ों से होती हुई रिहायशी इलाकों की ओर फैल रही है। आग के धुएं से उठता गुबार यात्रा को प्रभावित कर रहा है। ऐसे में अधिकारियों के लिए यह भी एक चुनौती बना हुआ है।
हालांकि वन विभाग ने एक टीम को चारधाम यात्रा के मार्ग पर तैनात किया जो यात्रियों की मदद के लिए हर समय मौजूद है। वन विभाग के नोडल अधिकारी बीपी गुप्ता ने बताया, ‘‘हमने आग पर नियंत्रण के लिए अपने सीमित संसाधनों को काम पर लगा दिया है लेकिन तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के कारण अगर स्थिति खराब हुई तो राज्य सरकार को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की सेवाएं लेनी पड़ सकती हैं।’’ अधिकारी ने कहा कि इस समय बारिश से बहुत मदद मिल सकती है लेकिन मौसम विभाग ने शुष्क मौसमी दशाओं के तीन-चार दिन और बने रहने की संभावना व्यक्त की है जिससे स्थिति चिंताजनक हो सकती है।