Edited By vasudha,Updated: 26 Aug, 2019 11:35 AM
हौेसले बुलंद हो तो कठिन से कठिन राह भी आसान हो जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया जम्मू कश्मीर के राजौरी की बेटी इरमीम शमीम ने जिसने इन हालातों में भी MBBS परीक्षा पास कर सफलता हासील कर ली है...
नेशनल डेस्क: हौेसले बुलंद हो तो कठिन से कठिन राह भी आसान हो जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया जम्मू कश्मीर के राजौरी की बेटी इरमीम शमीम ने जिसने इन हालातों में भी MBBS परीक्षा पास कर सफलता हासील कर ली है। ऐसा कर वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में दाखिल लेने वाली पहली महिला बन गई है।
इरमीम एक पिछड़े समुदाय से हैं और उसका परिवार आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। गांव में कोई अच्छा सकूल न होने के कारण वह 10 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुंचती थी। उसने अपनी मेहनत से तमाम बाधायों को पार किया और आज उसने अपना मुकाम हासिल कर लिया।
इरमीम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी के जीवन में कुछ न कुछ दिक्कतें होती हैं. लेकिन हम सभी को उन दिक्कतों से लड़ना चाहिए. जिसके बाद सफलता निश्चित रूप से आपके पास आएगी। एम्स एमबीबीएस परीक्षा क्लियर करने के बाद इरमीम का परिवार काफी खुश है। वे उसे एक सफल डॉक्टर बनते देखना चाहते हैं. ताकि उनकी बेटी जम्मू-कश्मीर और देश के लोगों की सेवा कर सके।