Edited By Tanuja,Updated: 22 Aug, 2024 02:12 PM
ओमान ने घोषणा की है कि अगले साल से देश में इनकम टैक्स लागू किया जाएगा, जिससे वह खाड़ी के देशों में ऐसा करने वाला पहला देश बन जाएगा। वर्तमान...
दुबईः ओमान ने घोषणा की है कि अगले साल से देश में इनकम टैक्स लागू किया जाएगा, जिससे वह खाड़ी के देशों में ऐसा करने वाला पहला देश बन जाएगा। वर्तमान में, खाड़ी देशों में कामगारों और पेशेवरों पर इनकम टैक्स नहीं लगता, और इन्हें टैक्स हेवन के रूप में देखा जाता रहा है। नई टैक्स नीति में ओमानी सरकार के प्रस्ताव के अनुसार, जिन लोगों की वार्षिक आय लगभग 84 लाख रुपए तक है, उन्हें 5% से 9% तक इनकम टैक्स देना होगा। यह टैक्स हर साल बढ़ाया जाएगा, जिससे ओमान में रहने वाले भारतीय समुदाय पर प्रभाव पड़ेगा।
ओमान में वर्तमान में लगभग 6 लाख भारतीय काम कर रहे हैं। नए इनकम टैक्स के लागू होने से इन कामगारों और पेशेवरों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ सकता है। ओमान में पहले से 5% वेट और 15% कॉरपोरेट टैक्स लागू है। खाड़ी देशों को जीरो इनकम टैक्स के कारण टैक्स हेवन माना जाता था, लेकिन अब ओमान में यह स्थिति बदलने जा रही है।
खाड़ी देशों में टैक्स की स्थिति
ओमान: 5% वेट, 15% कॉरपोरेट टैक्स, 5-9% इनकम टैक्स (2025 से लागू)
यूएई: 5% वेट, 9% इनकम टैक्स
सऊदी अरब: 15% वेट, 15% कॉरपोरेट टैक्स
बहरीन: 10% वेट, 10% कॉरपोरेट टैक्स
कतर: 5% वेट
कुवैत: 0% वेट
मस्कट के भारतीय कपड़ा कारोबारी अमानुल्लाह ने बताया कि 9% का इनकम टैक्स नया बोझ होगा और इसके कारण कई भारतीय अपने परिवार को भारत भेजने पर मजबूर हो सकते हैं। वहीं, भारतीय बिजनेसमैन जतिन पलानी ने कहा कि नई टैक्स व्यवस्था का असर कंपनी के शेयर होल्डर्स पर भी पड़ेगा। ओमान में इनकम टैक्स की शुरुआत से खाड़ी देशों में टैक्स की स्थिति बदल जाएगी, और इससे वहां काम कर रहे भारतीय कामगारों और पेशेवरों पर आर्थिक प्रभाव पड़ेगा।