Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 12:12 PM
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (इंटरनेशनल सोलर अलायंस समिट) सम्मेलन में शिरकत की। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। मैक्रों के उद्भाटन भाषण के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई।...
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों ने आज यहां अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का औपचारिक उद्घाटन किया और विश्व को जलवायु परिवर्तन के खतरे से बचाने के लिए सौर क्रांति का आह्वान किया। मोदी ने राष्ट्रपति भवन के सभागार में 47 देशों के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का शुभारंभ किए जाने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए विश्व में सौर तकनीक के अंतर को पाटने के लिए सौर तकनीक मिशन के शुभारंभ की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं विश्व के अनेक देश सौर ऊर्जा में क्रांति चाहते हैं।
भारत सौर तकनीक की उपलब्धता के अंतर को भरने के लिए सौर तकनीक मिशन शुरू करेगा। भारत इस मिशन के माध्यम से शोध एवं विकास के कार्य को बढ़ावा देगा। मोदी ने कहा कि सौर उर्जा मानवीय उर्जा जरूरतों को किफायती एवं प्रभावी ढंग से पूरा करने में सक्षम है। नवंबर 2015 में पेरिस में जो बीज पड़े थे, आज उनके अंकुर निकल आए हैं। विश्व की हर परंपरा ने सूर्य को महत्व दिया है। भारतीय परंपरा में वेदों में सूर्य को विश्व की आत्मा और जीवन का पोषक माना गया है। आज जब हम जलवायु परिवर्तन के खतरे से जूझ रहे हैं, ऐसे में हमें इस प्राचीन विचार से आगे का मार्ग ढूंढऩे की जरूरत है।