Edited By shukdev,Updated: 18 Mar, 2019 08:31 PM
सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) की ओर से राज्य में लोकसभा की नौ सीटों के लिए जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में सात मौजूदा सांसदों को जगह नहीं दी गई है। राज्य में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव साथ-साथ होने हैं। 11 अप्रैल से शुरू होकर चुनाव चार चरणों में...
भुवनेश्वर: सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) की ओर से राज्य में लोकसभा की नौ सीटों के लिए जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में सात मौजूदा सांसदों को जगह नहीं दी गई है। राज्य में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव साथ-साथ होने हैं। 11 अप्रैल से शुरू होकर चुनाव चार चरणों में संपन्न होंगे। पार्टी अध्यक्ष एवं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्यसभा के दो सांसदों और बीजद में हाल ही में शामिल हुए कांग्रेस के दो सदस्यों समेत आठ नए चेहरों को चुनावी मैदान में उतारने की सोमवार को घोषणा की।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के हेमनंदा बिसवाल की बेटी सुनीता को सुंदरगढ़ सीट से उतारा गया है। यह राज्य की एकमात्र लोकसभा सीट है जिस पर भाजपा को 2014 में जीत मिली थी। बीजद ने कंधमाल की सांसद प्रत्यूषा राजेश्वरी सिंह को टिकट नहीं दी है। उनके स्थान पर राज्यसभा सांसद अच्युत सामंत को चुना गया है। कोरापुट लोकसभा सीट के लिए पटनायक ने मौजूदा सांसद झिन्ना हिकाका के स्थान पर उनकी पत्नी कौशल्या को टिकट दी है।
पार्टी ने धर्मगढ़ से विधायक पुष्पेंद्र सिंह देव को कालाहांडी लोकसभा सीट के लिए नामित किया है। वह मौजूदा सांसद अर्क केशरी देव की जगह लेंगे। पटनायक ने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के साथ ही विधानसभा चुनावों के लिए 147 में से 54 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी की।