Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Apr, 2018 01:45 PM
आज भले ही सुपरफास्ट का जमाना हो, लेकिन भारतीय रेलवे के इतिहास में 16 अप्रैल के दिन की खास अहमियत है और हमेशा रहेगी। यही वह दिन है, जब देश में पहली रेल चली थी। 1853 में पहली रेल बॉम्बे (अब मुंबई) से ठाणे के बीच चली थी। आज भारतीय रेलवे का नेटवर्क...
नई दिल्ली: आज भले ही सुपरफास्ट का जमाना हो, लेकिन भारतीय रेलवे के इतिहास में 16 अप्रैल के दिन की खास अहमियत है और हमेशा रहेगी। यही वह दिन है, जब देश में पहली रेल चली थी। 1853 में पहली रेल बॉम्बे (अब मुंबई) से ठाणे के बीच चली थी। आज भारतीय रेलवे का नेटवर्क दुनिया के टॉप-5 नेटवर्क में से एक है और करीब 15 लाख कर्मचारियों को रोजगार देने वाला सबसे बड़ा विभाग भी है।
पहली ट्रेन के बारे में खास बातें
- इस पैसेंजर ट्रेन की रफ्तार काफी धीमी थी। इसे 33.7 किलोमीटर की दूरी तय करने में सवा घंटे का समय लगा था।
- इसमें 14 डिब्बे थे। जिससे पता चलता है कि यह कितनी लंबी रही होगी।
- 1848 तक भारत में कोई भी ट्रेन लाइन नहीं थी। रेलवे लाइन बिछाने और भारत में रेल नेटवर्क स्थापित करने का पूरा कॉंसेप्ट लंदन से लिया गया था।
- जब देश में पहली ट्रेन चली तो इसकी देखरेख का जिम्मा ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे के हाथों में था। जिसका हैडक्वार्टर मुंबई के बोरीबंदर में था।