Edited By Monika Jamwal,Updated: 08 Oct, 2018 05:48 PM
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को 13 सालों बाद शहरी स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण खत्म हो गया। चार चरणों में होने वाले चुनाव के पहले चरण के लिए सोमवार को 16 निगम इकाइयों में मतदान हुआ।
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सोमवार को 13 सालों बाद शहरी स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण खत्म हो गया। चार चरणों में होने वाले चुनाव के पहले चरण के लिए सोमवार को 16 निगम इकाइयों में मतदान हुआ। पहले चरण के लिए प्रचार शनिवार सुबह खत्म हुआ। सोमवार को 11 जिलों के 422 वॉर्डों में मतदान हुआ। इसमें 1, 283 उम्मीदवार मैदान में हैं। जम्मू के 247 वॉर्ड, कश्मीर में 149 और लद्दाख के 26 वॉर्ड में मतदान हुआ। इस बीच नगर निकाय चुनाव के पहले चरण में आज कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी। आतंकियों के धमकियों के बावजूद 11 जिलों में मतदान हुआ। अलगाववादियों के बंद की घोषणा को देखते हुए सुरक्षाबल विशेष सतर्कता बरत रहे हैं।
घाटी में केंद्रीय अर्दधसैनिक बलों की 400 अतिरिक्त कंपनियों को सुरक्षा के इंतजामों में लगाया गया है। अधिकारियों ने चुनाव प्रक्रिया से पहले घाटी में सभी उम्मीदवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। घाटी की दो बड़ी पार्टियों नेशनल कांफ्रेंस (नैकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) ने चुनावों का बहिष्कार किया है। साथ ही माकपा, हाकिम यासीन के नेतृत्व वाले पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) और गुलाम हसन मीर की अध्यक्षता वाली डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट (डीपीएन) ने भी खुद को चुनावों से दूर रखा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार केवल मैदान में हैं। 244 उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा चुके हैं।
कश्मीर में ज्यादात्तर चुने गये निविर्रोध उम्मीदवार
कश्मीर घाटी के 159 नगरपालिका वार्डों के लिए कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं है। आंकड़ों को गौर से देखा जाए तो घाटी में 29 फीसदी मतदाताओं के पास अपने वार्डो में चुनने के लिए कोई उम्मीदवार ही नहीं है।
नहीं देखने को मिला चुनाव प्रचार
घाटी के किसी भी स्थान पर चुनाव प्रचार अभियान भी देखने को नहीं मिला। हालांकि उम्मीदवार संशय में हैं और यह सवाल बरकरार है कि सोमवार को मतदान के लिए लोग अपने घरों से बाहर निकलेंगे भी या नहीं।