Edited By shukdev,Updated: 29 Apr, 2020 06:09 PM
महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 रोगी के इलाज का पहला प्रयोग सफल हो गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को यह जानकारी दी है। टोपे ने पत्रकारों से कहा,''मुंबई के लीलावती अस्पताल में पहली प्लाज्मा थेरेपी सफल रही। हम मुंबई...
मुंबई: महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 रोगी के इलाज का पहला प्रयोग सफल हो गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को यह जानकारी दी है। टोपे ने पत्रकारों से कहा,'मुंबई के लीलावती अस्पताल में पहली प्लाज्मा थेरेपी सफल रही। हम मुंबई में ही बीवाईएल नायर अस्पताल में एक अन्य रोगी पर दूसरा प्रयोग कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इसमें भी सफलता मिलेगी।' इस थेरेपी में कोविड-19 से ठीक हो चुके व्यक्ति के रक्त घटक प्लाज्मा को कोरोना वायरस से गंभीर रूप से बीमार रोगी के शरीर में स्थानांतरित किया जाता है। इसका अभी प्रयोग ही किया जा रहा है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कोविड-19 के रोगियों के उपचार में प्लाज्मा थेरेपी के क्लीनिकल ट्रायल (नैदानिक जांच) की योजना बना रहा है और भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मंजूरी लेने की दिशा में काम चल रहा है। एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड-19 के उपचार के लिए यह पद्धति अभी ‘प्रायोगिक स्तर' पर है और कोरोना वायरस के रोगियों में नियमित इस्तेमाल के लिहाज से प्लाज्मा थेरेपी की सिफारिश के लिए अनुसंधान और परीक्षण अच्छी तरह करना जरूरी है।
उन्होंने कहा,‘एम्स कोविड-19 के रोगियों में प्लाज्मा थेरेपी के प्रभाव का क्लीनिकल ट्रायल करने के लिए आईसीएमआर के साथ मिलकर काम कर रहा है।' उन्होंने कहा कि सभी संस्थानों के लिए प्लाज्मा थेरेपी के लिए आईसीएमआर और डीसीजीआई से आवश्यक स्वीकृति लेना जरूरी है और उन्हें इस अनुसंधान के लिए उचित क्लीनिकल दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।