Edited By vasudha,Updated: 03 Oct, 2018 02:39 PM
केरल में पिछले दिनों भारी बारिश से आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई थी, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बेघर हो गए थे। इस तबाही के दौरान कुछ लोग देवदूत बनकर आए थे, जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए पीड़ितों की जिंदगी बचाई...
नेशनल डेस्क: केरल में पिछले दिनों भारी बारिश से आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई थी, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बेघर हो गए थे। इस तबाही के दौरान कुछ लोग देवदूत बनकर आए थे, जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए पीड़ितों की जिंदगी बचाई। इनमें ऐसा ही एक नाम था पुंथुरा निवासी जिनेश जेरोन का जिसने कई लोगों को नई जिंदगी दी, लेकिन जब उसकी जान खतरे में थी तो कोई भी बचाने नहीं आया और उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, 24 वर्षीय जिनेश अपने एक दोस्त के साथ बाइक से जा रहा था। तभी जिनेश को एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गया। जिनेश बीच सड़क पर दर्द से कराहता रहा, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। आखिरकार, जिनेश की मौत हो गई। उसके दोस्त जगन ने कहा कि मुझे विश्वास नहीं होता कि जिनेश जैसे व्यक्ति के साथ ऐसा हो सकता है। उसे दूसरों की मदद करना बेहद पसंद था। इसी से वह बाढ़ के दौरान हीरो बना था। एंबुलेंस के देर से आने के कारण उसकी मौत हो गई।
जिनेश और उसके दोस्तों ने बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित चेंगन्नूर में 100 से भी ज्यादा लोगों को बचाया था। उसकी मां ने बताया कि जब चर्च की ओर से मछुआरों से बचाव कार्य में मदद के लिए मीटिंग की गई, तब जिनेश और उनके 6 दोस्त एक नाव लेकर निकल पड़े। इस दौरान उन्होंने 100 से भी ज्यादा बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाया और उन्हें नई जिंदगी दी। मौत के बाद जिनेस को पुंथुरा सम्मान से सम्मानित किया गया। चेंगानूर के विधायक साजी चेरियन भी उसके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।