Edited By Tanuja,Updated: 25 Aug, 2020 04:38 PM
वैश्विक मंचों पर भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में जमकर बेइज्जी का सामना करना पड़ा। भारत ने सोमवार को ...
इंटरनेशनल डेस्कः वैश्विक मंचों पर भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में जमकर बेइज्जी का सामना करना पड़ा। भारत ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की जमकर पोल खोलकी। भारत ने पाकिस्तान के उस बयान को झूठा करार दिया, जिसमें कहा गया था कि उसके दूत मुनीर अकरम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बात रखी थी, जबकि सत्र गैर-सदस्यों के लिए खुला नहीं था। संयुक्त राष्ट्र में भारत द्वारा जारी बयान में पाकिस्तान के पांच बड़े झूठों को उजागर किया गया है। दशकों से पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद का निशाना बनाए जाने की बात को खारिज करते हुए, भारतीय मिशन ने अपने बयान में कहा, " 100 बार दोहराया गया झूठ सच नहीं होगा।
भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद का सबसे बड़ा प्रायोजक अब बोल रहा है कि वह भारत द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है!” बयान में कहा गया है, ''पाकिस्तान केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में वहां की जनता के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में झूठे आरोप लगाता है। दुनिया ने उसके झूठ को फिर से देखा है।" भारत द्वारा जारी बयान में कहा गया, "पाकिस्तान बड़े पैमाने पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों का घर है। आतंकवादियों और आतंकी संगठनों में से कई का पाकिस्तान के अंदर दबदबा कायम है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस बात को स्वीकारा था कि उनके देश में 40 से 50 हजार आतंकवादी मौजूद हैं।''
भारत ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि उसने अपने देश से अलकायदा को हटा दिया है। बयान में कहा गया, ''दावा है कि पाकिस्तान ने अलकायदा को अपने क्षेत्र से हटा दिया है। शायद, पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि को इस बात की जानकारी नहीं है कि ओसामा बिन लादेन पाक में ही छिपा था और अमेरिकी सेना ने उसे ढूंढ निकाला था। क्या उन्होंने यह नहीं सुना है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने लादेन को शहीद पुकारते हैं।" संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन ने कहा कि पाकिस्तान ने दवा किया है कि भारत ने उसके खिलाफ आतंकवादियों को भाड़े पर रखा है। इस दावे पर सिर्फ और सिर्फ हंसी आ रही है। बयान में कहा कि "यह दावा एक ऐसे देश के द्वारा किया जा रहा है, जो सीमा पार आतंकवाद का एक ज्ञात प्रायोजक है जिसने दुनिया को पीड़ित किया है।''
बयान ने भारतीयों के 1267 प्रतिबंध सूची में शामिल होने के दावों को भी खारिज किया गया। बयान में कहा गया है, "1267 प्रतिबंध सूची सार्वजनिक है और दुनिया देख सकती है कि इनमें से कोई भी व्यक्ति इसमें नहीं है। 1267 समिति सबूतों के आधार पर काम करती है, न कि ध्यान भटकाने वाले आरोपों पर।" इसके अलावा भारतीय मिशन ने भारत के आंतरिक मामलों के बारे में "हास्यास्पद दावे" करने के लिए पाकिस्तान पर हमला बोला है।बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामलों के बारे में हास्यास्पद बातें करता है। यह एक ऐसा देश है जिसकी अल्पसंख्यक आबादी 1947 से बहुत कम हो गई है, जो आज है जो कि लगभग 3 प्रतिशत है।"