Edited By Yaspal,Updated: 02 Dec, 2018 11:57 PM
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा बनाए गए ''सबसे अधिक वजनी'' उपग्रह जीसैट-11 को पांच दिसंबर को फ्रेंच गुआना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 से लॉन्च किया जाएगा...
नेशनल डेस्कः भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा बनाए गए 'सबसे अधिक वजनी' उपग्रह जीसैट-11 को पांच दिसंबर को फ्रेंच गुआना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 से लॉन्च किया जाएगा। भारती अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने बताया कि इसका वजन करीब 5, 854 किलोग्राम है। इस सैटेलाइट से देशभर में ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध होंगी और इंटरनेट स्पीड में भी सुधार आएगा।
जीसैट-11 से क्या होगा फायदा
इसरो ने बताया कि यह अब तक का सबसे अधिक वजन वाला उपग्रह है। जीसैट-11 अगली पीढ़ी का हाई थ्रुपुट संचार उपग्रह है और इसकी उम्र 15 साल से अधिक की है। इसे पहले 25 मई को लॉन्च किया जाना था। लेकिन इसरो ने अतिरिक्त तकनीकी जांच का हवाला देते हुए इसके लॉन्चिंग कार्यक्रम को बदल दिया।
बता दें कि शुरुआत में उपग्रह भू-समतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा में ले जाया जाएगा और उसके बाद उसे भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित किया जाएगा। एरियाने-5 रॉकेट जीसैट -11 के साथ कोरिया एयरोस्पेस अनुसंधान संस्थान (केएआरआई) के लिए जियो-कॉम्पसैट-2ए उपग्रह भी लेकर जाएगा। यह उपग्रह मौसम विज्ञान से संबंधित है।