Edited By ,Updated: 25 Dec, 2016 01:54 PM
सिटी ब्यूटीफुल के नाम से जाना जाने वाला शहर चंडीगढ़ अपनी खूबसूरती और प्लानिंग के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह शहर जिंदादिली और नएपन के साथ हर किसी को अपनी तरफ खींचता है। अपनी इसी अदा पर कायम रहते हुए साल 2016 में भी इस शहर ने काफी यादों के...
चंडीगढ़ : सिटी ब्यूटीफुल के नाम से जाना जाने वाला शहर चंडीगढ़ अपनी खूबसूरती और प्लानिंग के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह शहर जिंदादिली और नएपन के साथ हर किसी को अपनी तरफ खींचता है। अपनी इसी अदा पर कायम रहते हुए साल 2016 में भी इस शहर ने काफी यादों के अपने आप में समेटा है। बात करें कला व संस्कृति की तो 2016 इन सभी के लिए खुशहाली भरा रहा व इसी खुशहाली के साथ विदाई के लिए तैयार है।
थिएटर आर्टिस्ट के लिए सौगात :
कई वर्षों से थिएटर कलाकार थिएटर की हालात सुधरने की कोशिश में लगातार लगे थे, इसी क्रम में काफी समय से कलाकारों और थिएटर ग्रुप द्वारा थिएटर शोज के लिए टिकटें लगाने की बात की जा रही थी। इसकी शुरूआत डिपार्टमैंट ऑफ कल्चरल अफेयर्स ने 22 अप्रैल से 24 अप्रैल 2016 तक पेड थिएटर करवा कर की।
जसपाल भट्टी थिएटर फैस्टीवल :
डिपार्टमैंट ऑफ कल्चरल अफेयर्स की तरह से पहला जसपाल भट्टी थिएटर फैस्टीवल 3 से 4 मार्च 2016 तक आयोजित कराया गया। चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी द्वारा 2016 अंत तक उत्तर भारत की लगभग खत्म होते थिएटर विधाओं के संरक्षण के लिए 3 दिन के राष्ट्रीय पारंपरिक मेले का आयोजन किया गया।
फिल्म सिटी सिर्फ सपना किरण खेर के सांसद बनने के बाद कला प्रेमियों को लग रहा था कि अब कम से कम शहर में फिल्म सिटी बनने का जो सपना अधूरा था वह जल्द पूरा होगा लेकिन 2016 में भी यह सपना हकीकत का रूप नहीं ले पाया।
डिपार्टमैंट की सभी कोशिशों के बाद भी 2016 में सिर्फ 2 बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुई। शहर में 2017 में अब तक फिल्मों की शूटिंग ही तय है। बदल गई कमान 2016 की शुरूआत में जहां टैगोर थिएटर के डायरैक्टर कुलदीप शर्मा थे वहीं 2016 के अंत में इस ओहदे पर बलकार सिधु हैं। इसके अलावा हर 3 साल में होने वाले पंजाब आर्ट्स काऊंसिल के बदलावों के बाद जहां 2016 की शुरूआत में हरजिंदर कौर पंजाब आर्ट्स काऊंसिल की मेयर थी, वही कुछ समय बाद उनके कार्यकाल के समाप्त होते ही ये ओहदा अब 2016 के अंत में सतिंदर सत्ती के पास है।