Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Apr, 2020 07:55 AM
कोरोना वायरस (Covid-19) के चलते देश में सभी तरह की उड़ानें प्रभावित हुई हैं। एयर इंडिया ने पहले ही 30 अप्रैल तक की बुकिंग नहीं लेने का ऐलान कर दिया था अब इंडिगो ने भी बुधवार को दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए अपनी सभी...
नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस (Covid-19) के चलते देश में सभी तरह की उड़ानें प्रभावित हुई हैं। एयर इंडिया ने पहले ही 30 अप्रैल तक की बुकिंग नहीं लेने का ऐलान कर दिया था अब इंडिगो ने भी बुधवार को दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए अपनी सभी इंटरनेशनल फ्लाइटों को 30 अप्रैल तक के लिए कैंसिल कर दिया है। इस बीच नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि एक बार यह भरोसा हो जाए कि कोरोना नियंत्रण में आ गया है, तभी भारत में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कमर्शियल पैसेंजर उड़ानों पर से प्रतिबंध हटेगा, यानी कि अभी इनके उड़ान भरने में वक्त लगेगा।
मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया कि देशव्यापी लॉकडाउन के चलते घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं, इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है लेकिन ऐसी घड़ी में उनके सहयोग और मदद के लिए मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं। हरदीप पुरी की इस टिप्पणी से साफ है कि जब तक कोरोना का प्रकोप पूरी तरह से नहीं थमेगा तब तक यात्री उड़ानों के बारे में फैसला लेना संभव नहीं है। बता दें कि बुुधवार को इंडिगो एयरलाइंस ने जानकारी दी कि 30 अप्रैल तक सभी यात्री उड़ानें रद्द कर दी हैं और जिन यात्रियों ने 30 अप्रैल तक की किसी इंटरनेशनल फ्लाइट में टिकट बुक करा रखी थी उनका पैसा credit shell के तौर सुरक्षित रखा गया है।
टिकट रद्द होते ही इंडिगो किराये की राशि को ग्राहक के नाम से एक वॉलेट में डाल देगी। वॉलेट का बैंलेंस कोई भी यात्री इंडिगो की बेवसाइट पर एडिट बुकिंग के ऑप्शन में देख सकता है। लेकिन एक बात का ध्यान रहे टिकट उसी यात्री के नाम से बुक होनी चाहिए, जिसकी कैंसिल हुई है। बता दें कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है और इसी के चलते संभावना जताई जा रही है कि 14 अप्रैल तक के लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जा सकता है।