Edited By Yaspal,Updated: 14 Aug, 2018 08:06 PM
चेन्नई के अपोलो कैंसर संस्थान के चिकित्सकों ने ओमान की एक महिला के पैर से फुटबॉल के आकार का ट्यूमर निकाल कर उसे नई जिंदगी दी है और उसके पैर को भी बचा लिया है।
चेन्नईः चेन्नई के अपोलो कैंसर संस्थान के चिकित्सकों ने ओमान की एक महिला के पैर से फुटबॉल के आकार का ट्यूमर निकाल कर उसे नई जिंदगी दी है और उसके पैर को भी बचा लिया है। ट्यूमर के आकार की वजह से हांगकांग,थाइलैंड, लंदन, मुंबई और बेंगलुरु के चिकित्सकों ने तो पैर काटने की सलाह दी थी।
ओमान की महिला खिलाड़ी कैंसर से पीड़ित थी जो हड्डियों और कार्टिलेज को निशाना बनाता है। यह काफी कम देखने को मिलता है और हड्डियों के कैंसर के 20 प्रतिशत मामलों में यह पाया जाता है। इसकी शुरूआत हड्डियों से होती हैं लेकिन कईं बार यह हड्डियों के नजदीक नरम ऊतकों को भी निशाना बना लेता है। इस अक्सर कूल्हे और कंधों को निशाना बनाता है।
वरिष्ठ कैंसर सलाहकार एवं सर्जन डा़ मेइलवाहानन नटराजन ने मंगलवार को बताया कि ओमान की रहने वाली मरयाम सलीम को पैर में भीषण सूजन के साथ अस्पताल लाया गया और इसकी वजह से वह चल फिर भी नहीं पा रही थी। ट्यूमर का आकार काफी बड़ा होने की वजह से हांगकांग,थाइलैंड, लंदन, मुंबई और बेंगलुरु के चिकित्सकों ने तो पैर काटने की सलाह दी थी, लेकिन डॉ नटराजन की टीम ने ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल कर न केवल इस महिला को जीवनदान दिया बल्कि उसके पैर को भी बचा लिया।
इस ऑपरेशन को दो अगस्त को किया गया था और इसमें आठ घंटे का समय लगा था। उन्होंने बताया कि अब मरीज की हालत काफी अच्छी है और वह वाकॅर का सहारा लेकर चल सकती है।