Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Nov, 2017 07:35 PM
राजधानी में पिछले कुछ दिनों से भारी प्रदूषण से चिंतित यहां स्थित विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधि ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से प्रदूषण समस्या के बारे में बात की। यहां डिप्लोमैटिक कोर के डीन फ्रैक कैस्टीलोनास ने विदेश मंत्रालय में चीफ ऑफ प्रोटोकाल...
नई दिल्ली: राजधानी में पिछले कुछ दिनों से भारी प्रदूषण से चिंतित यहां स्थित विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधि ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से प्रदूषण समस्या के बारे में बात की। यहां डिप्लोमैटिक कोर के डीन फ्रैक कैस्टीलोनास ने विदेश मंत्रालय में चीफ ऑफ प्रोटोकाल संजय वर्मा से मुलाकात की जानकारी देते हुए कहा कि यह बैठक भारत सरकार से यह भरोसा हासिल करने के लिये थी कि प्रदूषण की समस्या से जल्द निपटने के लिये जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदम
कैस्टीलोनास ने यह स्वीकार किया कि हाल में जिस तरह प्रदूषण में असाधारण बढ़ोतरी हुई उसकी वजह घरेलू तो थी ही खाड़ी के इलाके से पैदा धूल भरी आंधी भी इसकी एक वजह साबित हुई है। इन सब की वजह से राजधानी में पर्यावरण सुरक्षा को भारी चुनौती पैदा हुई है। मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदूषण से निपटने के लिये कई आपात कदम उठाए गए हैं कई विदेशी राजनयिकों ने इस मसले पर बात की थी और भारत सरकार से बात करने का आग्रह किया था।
कैस्टीलोनास ने कहा कि हम यह समझते हैं कि यह समस्या राजधानी के 2.2 करोड़ लोगों को प्रभावित कर रही है इसलिये हम सभी वही हवा सांस ले रहे हैं। इस समस्या से इस तरह निपटने की जरूरत है कि राजधानी के सभी लोगों का बेहतर भविष्य सुरक्षित हो। कैस्टीलोनास से संजय वर्मा ने कहा कि वह उन्हें भरोसा दिलाना चाहेंगे कि भारत सरकार इस समस्या से निपटने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। यह समस्या केवल भारत अकेले नहीं झेल रहा है। इसके पीछे ऐतिहासिक वजह भी है। ये चुनौतियां तेजी से आर्थिक विकास की वजह से भी पैदा हुई हैं। वर्मा ने कहा कि हम दूसरे देशों द्वारा इस तरह की समस्या से निपटने के उपायों से भी सबक ले रहे हैं।