Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Sep, 2020 11:08 AM
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच तनाव चरम पर है। इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर बनी स्थिति को पड़ोसी देश के साथ समग्र रिश्तों की स्थिति से अलग करके नहीं देखा जा सकता। विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख के हालात को ‘बहुत...
नेशनल डेस्कः पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच तनाव चरम पर है। इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर बनी स्थिति को पड़ोसी देश के साथ समग्र रिश्तों की स्थिति से अलग करके नहीं देखा जा सकता। विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख के हालात को ‘बहुत गंभीर' करार दिया और कहा कि ऐसे हालात में दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक स्तर पर ‘बहुत बहुत गहन विचार-विमर्श' की जरूरत है। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर के चार दिवसीय रूस यात्रा पर जाने वाले हैं। मिली जानकारी के अनुसार मॉस्को में जयशंकर की चीनी समकक्ष वांग यी के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की उम्मीद है।
जयशंकर मॉस्को में आयोजित आठ सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं जिसमें भारत और चीन सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि मॉस्को रवाना होने से पहले जयशंकर संभवत: ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ से तेहरान में मुलाकात करेंगे। जयशंकर की यात्रा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मॉस्को यात्रा के महज कुछ दिन बाद हो रही है। राजनाथ सिंह SCO के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए रूस गए थे। बता दें कि सोमवार 7 सितंबर को चीनी सैनिकों ने संघर्ष विराम का उल्लघंन करते हुए भारतीय चौकियों की तरफ हवाई फायरिंग की। हालांकि चीन ने इससे इंकार कर दिया।