Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Nov, 2019 09:51 AM
भारत ने करतारपुर गलियारे के उद्घाटन से एक दिन पहले शुक्रवार को कहा कि भारतीय श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन के लिए पासपोर्ट की जरूरत होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक तरफा बदलाव नहीं कर सकता है जो...
नई दिल्लीः भारत ने करतारपुर गलियारे के उद्घाटन से एक दिन पहले शुक्रवार को कहा कि भारतीय श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन के लिए पासपोर्ट की जरूरत होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक तरफा बदलाव नहीं कर सकता है जो निर्धारित हुआ था वही होगा। करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के लिए पासपोर्ट होना अनिवार्य है। वहीं उन्होने कहा कि शनिवार को करतारपुर कॉरिडोर उद्धाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेेंगे। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रैस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि भारतीय तीर्थयात्रियों की यात्रा के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था और भारत उसपर कायम रहेगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से परस्पर विरोधी खबरें आ रही हैं। कभी वे कहते हैं कि पासपोर्ट चाहिये और कभी कहते हैं कि इसकी जरूरत नहीं। फिलहाल, एक द्विपक्षीय समझौता आवश्यक दस्तावेजों को निर्दिष्ट करता है। बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट किया था कि पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, लेकिन समझौते के अनुसार, पासपोर्ट जरूरी होगा। कुमार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने अभी भारत के उन गणमान्य व्यक्यिों की सूची की पुष्टि नहीं की है जो पाकिस्तान में करतारपुर उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि हम मानकर चल रहे हैं कि पाकिस्तानी पक्ष के साथ साझा किए गए पहले जत्थे के सभी नामों को मंजूरी दे दी गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को इस समारोह में भाग लेने वाले भारत के गणमान्य व्यक्तियों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।