Edited By Seema Sharma,Updated: 29 Jul, 2020 02:26 PM
भारतीय वायुसेना का लंबा इंतजार आखिरकार आज खत्म हो गया। अंबाला एयरबेस पर पांच राफेल फाइटर जेट का बुधवार को स्वागत किया गया। राफेल के भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने के साथ ही एयरफोर्स की ताकत अब पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इस दौरान भारत के...
नेशनल डेस्कः भारतीय वायुसेना का लंबा इंतजार आखिरकार आज खत्म हो गया। अंबाला एयरबेस पर पांच राफेल फाइटर जेट का बुधवार को स्वागत किया गया। राफेल के भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने के साथ ही एयरफोर्स की ताकत अब पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इस दौरान भारत के पूर्व वायु सेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोआ ने राफेल की तारीफ करते हुए कहा कि चीन का J20 इसके आसपास भी नहीं आ सकता है।
बालाकोट में आतंकी कैंपों पर एयरस्ट्राइक की रणनीति बनाने वाले पूर्व एयरचीफ ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि राफेल अपने टॉप इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ, विजुअल रेंज बार के मिसाइल और एससीएएलपी हवा से अपने हथियार के साथ जमीन पर मार करने की क्षमता के चलते चीनी एयरफोर्स के हर दुस्साहस को जवाब देने में सक्षम है।
धनोआ ने कहा कि चीन के जे-20 की पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के खतरे को अच्छी तरह से पहचानते हैं। उन्हें पूरा विश्वास है कि भारतीय वायुसेना राफेल और एसयू-30 एमकेआई के साथ खराब स्थिति में भी चीनी वायुसेना के हर चुनौती का मुकाबला करने में सक्षम होगी। धनोआ ने कहा कि राफेल एक गेम चेंजर है।