Edited By Yaspal,Updated: 12 Apr, 2018 07:14 PM
पूर्व सीएजी प्रमुख विनोद राय को बैंक ब्यूरो बोर्ड (बीबीबी) के चेयरमैन पद से केंद्र सरकार ने मुक्त कर दिया है। अब उनकी जगह भानू प्रताप शर्मा को नया चेयरमैन बनाया गया है और तीन नए सदस्यों की भी नियुक्ति की है। जिनमें वेदिका भंडारकर, पी. प्रदीप कुमार...
नेशनल डेस्कः पूर्व CAG प्रमुख विनोद राय को बैंक ब्यूरो बोर्ड (बीबीबी) के चेयरमैन पद से केंद्र सरकार ने मुक्त कर दिया है। अब उनकी जगह भानू प्रताप शर्मा को नया चेयरमैन बनाया गया है और तीन नए सदस्यों की भी नियुक्ति की गई है। जिनमें वेदिका भंडारकर, पी. प्रदीप कुमार और प्रदीप पी. शाह का नाम शामिल है।
पीएनबी समेत कई बैंकों के घोटाले सामने आने के बाद ऐसा माना जा रहा थीा कि विनोद राय को उनके पद से हटाया जा सकता है। बीबीबी के चेयरमैन राय का कार्यकाल 31 मार्च 2018 को ही समाप्त हो गया था। पूर्व CAG प्रमुख को सरकारी बैंक प्रबंधन स्तर के अधिकारियों में कार्यशैली में सुधार करने के लिए सरकार को सलाह देने की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं ब्यूरो इस मामले पर खरा नहीं उतर पाया।
सूत्रों के मुताबिक जिस काम के लिए विनोद राय को सरकार ने बीबीबी का चेयरमैन नियुक्त किया था। उस पर उन्होंने सरकार को निराश किया है। बीबीबी को पब्लिक सेक्टर बैंकों के एमडी और सीईओ को चुनने का जिम्मा सौंपा गया था।
वित्त मंत्रालय ने बोर्ड से साथ काम करने से किया इंकार
वहीं इसके अलावा उन्हें अन्य प्रमुख पदों पर सही लोगों को चुनने के लिए कहा गया था। राय पर सभी पीएसयू बैंकों में एचआर से टेक्नीकल अपग्रेडेशन और स्टाफ को प्रशिक्षित करने के लिए कहा गया था और इसमें वह पूरी तरह नाकाम रहे थे। वित्त मंत्रालय ने बोर्ड के साथ काम करने से इंकार कर दिया है।
पीएनबी ने प्रशिक्षण के लिए नहीं भेजे अपने अधिकारी
पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ैदा जैसे सरकारी बैंकों के प्रोबेशनरी अधिकारी के लिए सेवा ट्रेनिंग पीरियड 2 वर्ष से घटाकर 1 वर्ष कर दिया है। वहीं पीएनबी ने अपने अधिकारियों को रिफ्रेशर ट्रेनिंग के लिए नहीं भेजा है। बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह अपना काम नहीं जानते हैं,लेकिन ट्रेनिंग कार्यक्रमों मे सूचना के आदान प्रदान से बैकअप अधिकारी तैयार हो जाते हैं।