Edited By vasudha,Updated: 05 Jan, 2021 03:45 PM
विधानसभा चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नाराजगी जाहिर कर एक के बाद एक विधायक इस्तीफे दे रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। यह ममता सरकार के...
नेशनल डेस्क: विधानसभा चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नाराजगी जाहिर कर एक के बाद एक विधायक इस्तीफे दे रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। यह ममता सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि लक्ष्मी अभी भी तृणमूल कांग्रेस से ही विधायक हैं।
2016 में तृणमूल कांग्रेस में हुए थे शामिल
रतन शुक्ला ने साल 2016 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्हाेंने हावड़ा उत्तर सीट से विधानसभा चुनाव लड़कर बीजेपी की रूपा गांगुली को हराया था। ममता सरकार में उन्हें अपने मंत्रिमंडल में खेल और युवा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। माना जा रहा है कि शुक्ला राजनीति से ही अलग होना चाहते हैं, जिसके चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
ममता सरकार को लगे कई झटके
शुक्ला भले ही क्रिकेट के करियर में उतने कामयाब नहीं हो सके, लेकिन बंगाल राज्य की राजनीति में उन्होंने एक खास मुकाम हासिल किया था। बता दें कि मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को लगातार झटके लगते जा रहे हैं। उन्हे उस समय बड़ा झटका लगा था, जब शुभेंदु अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
बीजेपी के साथ जुड़े टीएमसी के कई विधायक
अधिकारी के इस्तीफे की खबर से टीएमसी अभी उबर भी नहीं पाई थी कि पार्टी के विधायक और आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन जितेंद्र तिवारी के इस्तीफे ने टीएमसी को और कमजोर कर दिया। इसके अलावा कई समर्थक, टीएमसी विधायक भी पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी के साथ जुड़ गए हैं।