Edited By Mahima,Updated: 10 Sep, 2024 04:11 PM
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक दुखद और दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें चार बच्चियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा नवाबगंज थाना क्षेत्र के सत्तीजोर गांव में रविवार सुबह करीब 10 बजे हुआ। इस घटना ने पूरे गांव को शोक और अवसाद में डाल...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक दुखद और दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें चार बच्चियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा नवाबगंज थाना क्षेत्र के सत्तीजोर गांव में रविवार सुबह करीब 10 बजे हुआ। इस घटना ने पूरे गांव को शोक और अवसाद में डाल दिया है।
घटनाक्रम क्या हुआ?
रिपोर्ट्स के अनुसार, कालीन खान की 14 वर्षीय बेटी महक बेली के फल तोड़ने के लिए तालाब में गई थी। बेली का फल तालाब में लटका हुआ था, जिसे महक ने तोड़ने का प्रयास किया। अचानक गहरे पानी में चले जाने के कारण महक डूबने लगी। महक को संकट में देखकर उसकी तीन अन्य सहेलियां – सामिया (10), साइबा (10), और सरिकुल खातून (13) – भी उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गईं। ये सभी बच्चियां तालाब के गहरे हिस्से में चली गईं और डूबने लगीं। इनमें से कोई भी बच्ची खुद को बचाने में सफल नहीं हो पाई। जब तक उन्हें बाहर निकाला गया, बहुत देर हो चुकी थी।
संघर्ष के बाद एक बच्ची को निकाला बाहर
घटना के समय तालाब के पास खड़ी एक अन्य लड़की ने बच्चियों को डूबते देखा और शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग, जिनमें ग्राम प्रधान भी शामिल थे, तेजी से मौके पर पहुंचे। उन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद एक बच्ची को बाहर निकालने में सफलता प्राप्त की और उसे स्थानीय अस्पताल ले गए। लेकिन अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उस बच्ची की भी मौत हो गई।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज
घटना की जानकारी मिलते ही नवाबगंज थाना प्रभारी शीला यादव और नानपारा के एसडीएम अश्वनी पांडेय ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने घटना की गंभीरता को देखते हुए शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
डूबने से तीन बालिकाओं की मौके पर ही मौत
ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में डूबने से तीन बालिकाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि चौथी बच्ची को ग्राम प्रधान और अन्य की मदद से अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी भी वहां मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना ने गांव में गहरा शोक फैला दिया है और परिवारों के लिए यह अपूरणीय क्षति साबित हुई है। गांव के लोग इस घटना के बाद अत्यंत दुखी हैं और मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन ने मृतक बच्चियों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
बच्चों की सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि बच्चों की सुरक्षा और सतर्कता की कितनी आवश्यकता है, विशेष रूप से जब वे जलाशयों और अन्य खतरनाक स्थानों पर जाते हैं। साथ ही, यह भी दिखाता है कि किस प्रकार की आपात स्थितियों में समुदाय और प्रशासन की त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण होती है।