Edited By Pardeep,Updated: 22 Aug, 2019 05:06 AM
घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने के लिए दिल्ली सरकार को मौजूदा वित्त वर्ष में करीब 535 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे। मुफ्त बिजली की स्कीम एक अगस्त से लागू है। इस तरह अब सरकार को बिजली सब्सिडी पर वित्तीय वर्ष 2019-20 में...
नई दिल्ली: घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने के लिए दिल्ली सरकार को मौजूदा वित्त वर्ष में करीब 535 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे। मुफ्त बिजली की स्कीम एक अगस्त से लागू है। इस तरह अब सरकार को बिजली सब्सिडी पर वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2200 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने पड़ेंगे।
मुफ्त बिजली का लाभ सालाना औसतन 60 प्रतिशत घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा, लेकिन सर्दियों में यह संख्या 80 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। वीरवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में संशोधित बजट अनुमानों को मंजूरी दी जाएगी,जिसमें मुफ्त बिजली के साथ बसों व मेट्रो में महिलाओं की फ्री यात्रा के लिए अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया गया है। महिलाओं के मुफ्त सफर के लिए भी डेढ़ सौ करोड़ रुपए का प्रावधान किया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि दिल्ली सरकार के आंकलन की तुलना में तीनों बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) व एनडीएमसी ने 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने पर सालाना 2510 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान लगाया है। बता दें कि 200 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
ऊर्जा विभाग के आंकड़ों के अनुसार मार्च 2019 में 200 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 3535036 थी,जबकि 201 से 400 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 889811 थी। वहीं, जनवरी 2019 में 200 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 3550932 थी। हर महीने कुल घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। फरवरी 2019 में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की कुल संख्या 4671645 थी,लेकिन ऐसे ही उपभोक्ताओं की संख्या अक्तूबर 2018 में करीब एक लाख अधिक 4790412 थी।
208 यूनिट तक फ्री बिजली
सरकार ने 200 यूनिट के बाद 400 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों के लिए 800 रुपए की एकमुश्त सब्सिडी का प्रावधान किया है। ऐसे में 208 यूनिट तक एक माह में बिजली खपत करने वाले घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल भी शून्य आएगा। वहीं, 209 यूनिट तक बिजली खपत करने वालों को 4 रुपए 19 पैसे ही देने पड़ेंगे। लेकिन अगर 5 किलोवाट का बिजली कनेक्शन है तो 200 यूनिट बिजली खर्च करने पर 222 रुपए चुकाने पड़ेंगे।