Edited By ,Updated: 30 Jun, 2016 07:08 PM
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार करते हुए दुर्घटना में घायल लोगों के मुप्त इलाज कराने...
नई दिल्ली: दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार करते हुए दुर्घटना में घायल लोगों के मुप्त इलाज कराने का फैसला किया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि राजधानी में दुर्घटना पीड़ितों का फ्री इलाज किया जाएगा। जैन ने आज भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक सम्मेलन में कहा कि सरकार मोहल्ला क्लीनिकों के माध्यम से लोगों को घर के नजदीक गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर जोर दे रही है। दुर्घटना के मामलों में समय बहुत महत्वपूर्ण होता है और पुलिस को घायल व्यक्ति को नजदीक के स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र पर दाखिल करना चाहिए।
सरकार एक ऐसी बीमा पालिसी ला रही है जिसमें दुर्घटना के मामलों में उपचार मुफ्त किया जाएगा। जैन ने कहा कि राजधानी के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर बराबर जोर दिया जा रहा है और 2017 तक बिस्तरों की संया मौजूदा 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार की जाएगी। राजधानी देश के स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में विकसित हो रही है। यहां बड़ी संख्या में डाक्टर और चिकित्सा संस्थान हैं। सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य रिकार्डों का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा और बाद में यह सुविधा निजी क्षेत्रों के अस्पतालों में भी मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जल्दी ही नलों के जरिए स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के साथ साथ शहर में स्वच्छता पर भी जोर दे रही है।
पचास वर्ष से अधिक उम्र के डाक्टरों से सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया गया है जिससे कि राजधानी में बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली विकसित की जा सके। सरकार का ध्यान महिलाओं और पांच वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य पर अधिक है। सभी सरकारी अस्पतालों में एयरकंडीशनर लगाए जाएंगे। डायलिसिस, सीटी स्कैन और एमआरआई जैसी सेवाओं को सरकारी अस्पतालों में निजी क्षेत्र के साथ मिलकर बेहतर बनाया जाएगा।
इसके लिए निजी अस्पतालों को 80 प्रतिशत राशि का भुगतान 48 घंटे के भीतर और शेष राशि एक माह के भीतर अदा कर दी जाएगी। इस मौके पर सीआईआई के दिल्ली पैनल के स्वास्थ्य देखभाल संयोजक और फोर्टिस हेल्थ केयर लिमिटेड के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की सराहना की और एक हजार मोहल्ला क्लीनिक के जरिए प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराने को अच्छा कदम बताया।