Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Oct, 2018 08:19 AM
सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नाराज और बहुत परेशान हैं। यद्यपि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष के रूप में उनके स्तर को मान्यता न देकर राजनीतिक तौर पर उनको अपमानित किया गया और 4 प्रमुख मंत्रियों की श्रेणी में उनको...
नेशनल डेस्कः सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नाराज और बहुत परेशान हैं। यद्यपि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष के रूप में उनके स्तर को मान्यता न देकर राजनीतिक तौर पर उनको अपमानित किया गया और 4 प्रमुख मंत्रियों की श्रेणी में उनको शामिल नहीं किया गया लेकिन हाल ही में मोदी ने उनको और अपमानित किया। ये सब कुछ राहुल गांधी द्वारा नितिन गडकरी की मराठी में एक वीडियो रिकार्डिंग को वायरल कर उस पर टिप्पणी के बाद हुआ जिसमें कहा गया कि मोदी कैसे लोगों को बेवकूफ बनाते हैं और गडकरी ने इस रहस्य से पर्दा उठाया है। पिछले बुधवार को कैबिनेट की बैठक के शीघ्र बाद मोदी ने गडकरी को सी.डी. की एक कापी थमाई जिसमें मराठी टी.वी. चैनल के साथ गडकरी का इंटरव्यू था और राहुल गांधी की टिप्पणी भी साथ लगी हुई थी।
गडकरी ने प्रधानमंत्री को स्पष्ट किया कि उन्होंने इंटरव्यू में ऐसा कुछ भी नहीं कहा और समूची मराठी भाषा का पहले हिंदी में अनुवाद करवाया जाए। मोदी ने कहा कि वह ऐसा करेंगे मगर नुक्सान तो हो चुका है। मोदी और गडकरी के बीच अब मधुर संबंध नहीं हैं। सरकार के सूत्रों ने कहा कि अगर मामले से उचित ढंग से न निपटा गया तो स्थिति और बदतर हो सकती है। गडकरी पिछले कुछ समय से मोदी से काफी परेशान हैं क्योंकि एन.एच.ए.आई. में उनके पसंद के अधिकारी नहीं लिए गए।
4 वर्षों में एन.एच.ए.आई. में 5 चेयरमैन बदले गए। गडकरी को सितम्बर में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक लैक्चर की 125वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए शिकागो जाने की अनुमति नहीं दी गई। इस यात्रा को प्रधानमंत्री द्वारा मंजूरी दी गई थी और गडकरी के कार्यक्रम को निवेश प्राप्त करने के साथ जोड़ा गया मगर अंतिम क्षणों में सब कुछ रद्द कर दिया गया जिससे गडकरी को बड़ी परेशानी हुई।