Edited By vasudha,Updated: 10 May, 2019 10:45 AM
भारतीय जनता पार्टी के व्यक्ति- केन्द्रित पार्टी बन जाने की धारणा को खारिज करते हुये केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भाजपा विचारधारा पर आधारित पार्टी है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी न कभी केवल अटल जी की बनी, न कभी अडवाणी जी की और न ही यह कभी...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के व्यक्ति- केन्द्रित पार्टी बन जाने की धारणा को खारिज करते हुये केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भाजपा विचारधारा पर आधारित पार्टी है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी न कभी केवल अटल जी की बनी, न कभी अडवाणी जी की और न ही यह कभी केवल अमित शाह या नरेंद्र मोदी की पार्टी बन सकती है। भाजपा विचारधारा पर आधारित पार्टी है और यह कहना गलत है कि भाजपा मोदी-केन्द्रित हो गयी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। इस सवाल के जवाब में कि क्या भाजपा में 'इंदिरा इज इंडिया एन्ड इंडिया इज इंदिरा' की तर्ज पर 'मोदी ही भाजपा और भाजपा ही मोदी' वाली स्थिति हो गयी है, के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा जैसी पार्टी व्यक्ति-केन्द्रित कभी नहीं हो सकती है। हमारी पार्टी में परिवार राज नहीं हो सकता। यह धारणा गलत है कि भाजपा मोदी केन्द्रित हो गयी है। पार्टी का संसदीय दल है जो सभी अहम फैसले करता है। गडकरी ने तर्क दिया कि पार्टी और उसका नेता एक दूसरे के पूरक हैं। पार्टी बहुत मजबूत हो, लेकिन नेता मजबूत नहीं है तो चुनाव नहीं जीता जा सकता है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जहां तक राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाने की बात है तो यह हमारे लिये मुद्दा नहीं है, यह हमारी आत्मा है। बेहतर शासन-प्रशासन और विकास हमारा मिशन है और समाज में शोषित, पीड़ित और पिछड़ों को केन्द्रबिंदु मानकर उन्हें रोटी-कपड़ा -मकान देना हमारा उद्देश्य है। प्रधानमंत्री के भाषणों में पाकिस्तान और सेना का बार-बार जिक्र करने का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल हाल ही में पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का जवाब भारत को देना पड़ा। ये विषय जब सामने आये तो आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से जुड़े इस विषय पर चर्चा होना स्वाभाविक है। इसलिये राष्ट्रवाद को हमने मुद्दा नहीं बनाया है, बल्कि मीडिया ने बालाकोट सैन्य कार्रवाई पर उठे सवालों को चर्चा में लाकर इसे मुद्दा बना दिया।
गडकरी ने कहा कि मुझे लगता है कि जितने काम 50 साल में नहीं हुये थे, वे काम पांच साल में होते देख, जनता ने एक मजबूत विकल्प के रूप में इस बार भी हमें चुनने का फैसला कर लिया है। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा को चुनौती दी है कि वह नोटबंदी एवं जीएसटी जैसे फैसलों पर चुनाव लड़े और क्या वह मानते हैं कि यह बड़ी उपलब्धियां नहीं है, उन्होंने जवाब दिया कि कालेधन के खिलाफ जो बड़े फैसले किये गये, नोटबंदी उनमें से एक था। सच्चाई यह है कि इससे अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता आयी है। विदेशों में पैसा जमा करने वाली बात भी इससे खत्म हुयी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम अपने सभी प्रमुख फैसलों का जिक्र करते हैं। कुछ नीतियां ऐसी होती है जिसके परिणाम लंबे समय के बाद मिलते हैं। इन विषयों पर जनता भी चर्चा कर रही है और जनता को ही फैसला भी करना है।