Edited By vasudha,Updated: 29 May, 2018 08:05 PM
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी और शिव सेना का गठबंधन हिंदुत्व के मुद्दे पर था और आगे भी जारी रहेगा। गडकरी से जब मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के चुनावी भाषण के आडियो क्लिप...
नेशनल डेस्क: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने का न्योता स्वीकार करने पर हो रहे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने संघ का बचाव किया है। गडकरी ने कहा कि आरएसएस कोई पाकिस्तान का आईएसआई नहीं है मुखर्जी को सात जून को नागपुर में आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग-तृतीय वर्ष समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में ना सिर्फ वह स्वयंसेवकों के पासिंग आउट कार्यक्रम का अहम हिस्सा होंगे, बल्कि वह अपने विचार भी रखेंगे।
राजनीतिक छुआछूत सही नहीं
आरएसएस का न्योता स्वीकार करने के लिये पूर्व राष्ट्रपति की विपक्ष की तरफ से हो रही आलोचना पर गडकरी ने कहा कि आरएसएस राष्ट्रवादियों का संगठन है। उन्होंने कहा कि मुखर्जी का न्योता स्वीकार करना अच्छी शुरूआत है, राजनीतिक छुआछूत सही नहीं है। गडकरी ने मोदी सरकार के चार साल की उपलब्धियों को बताने के लिये यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
शिवसेना और भाजपा का गठबंधन रहेगा जारी
इसी बीच केंद्रीय मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी और शिव सेना के गठबंधन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि गठबंधन हिंदुत्व के मुद्दे पर था और आगे भी जारी रहेगा। गडकरी ने मतदान के दौरान खराब हुई एटीएम मशीनों के संबंध में कहा कि कांग्रेस जब पंजाब में जीतती है तब मशीन सही रहती है और जब उत्तर प्रदेश में चुनाव हारती है तो मशीन खराब हो जाती है। उन्होंने कहा कि यदि ईवीएम या वीवीपैट मशीन में कोई गड़बड़ी है तो इसे चुनाव आयोग बताये।