Edited By Anil dev,Updated: 31 Dec, 2019 03:33 PM
जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने मंगलवार को 28वें सेनाध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया। जनरल नरवाणे ने जनरल बिपिन रावत की जगह ली है जो आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जनरल रावत सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद आज ही पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस)...
नई दिल्ली: जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने मंगलवार को 28वें सेनाध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया। जनरल नरवाणे ने जनरल बिपिन रावत की जगह ली है जो आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जनरल रावत सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद आज ही पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में नई जिम्मेदारी संभालेंगे। आईए जानते हैं कौन है जनरल मनोज मुकुंद नरवाने, जो संभालेंगे सेना प्रमुख की कमान।
शैक्षिक योग्यता
मुकुंद नरवाने ने पुणे में ज्ञान प्रबोधिनी प्राशला में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। नरवने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई से रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री और देवी अहिल्या विश्व विद्यालय, इंदौर से रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम.फिल भी किया है नरवाना ने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज, महू में भाग लिया है।
ये हैं उपलब्धियां
उन्हें जून 1980 में सिख लाइट इंफैंट्री रेजीमेंट की 7वीं बटालियन में कमीशन मिला था। उन्हें जम्मू-कश्मीर में अपनी बटालियन की सफलतापूर्वक व प्रभावी ढंग से नेतृत्व के लिए सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा उन्हें नगालैंड में असम राइफल्स के इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर सेवाओं के लिए विशिष्ट सेवा मेडल और प्रतिष्ठित हमलावर कोर की कमान के लिए अतिविशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया। 59 साल के लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने को चीनी मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है और उनके पास भारत के नॉर्थ-ईस्ट और जम्मू कश्मीर में किए गए काउंटर इनसर्जेंसी अभियानों का बहुत लंबा अनुभव है।