Edited By Yaspal,Updated: 09 Jan, 2019 04:46 AM
लोकसभा के शीतकालीन सत्र को मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। 11 दिसंबर से प्रारंभ हुए शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सामान्य वर्ग के...
नेशनल डेस्कः लोकसभा के शीतकालीन सत्र को मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। 11 दिसंबर से प्रारंभ हुए शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण देने संबंधी संविधान के अलावा पूरे सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया गया। हालांकि राज्यसभा की बैठक बुधवार तक के लिए बढ़ा दी गई है और वहां अंतिम दिन उच्च सदन में संविधान (124वां संशोधन) विधेयक पर चर्चा और इसके पारित होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर को ऐतिहासिक बताया और कहा कि हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ नीति पर चल रहे हैं।
लोकसभा की बैठक मंगलवार देर रात चली क्योंकि सदन में सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक को पारित किया गया। इसके बाद राष्ट्रगीत की धुन बजाए जाने के पश्चात लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। इससे पहले महाजन ने अपने पारंपरिक संबोधन में कहा कि सत्र के दौरान लोकसभा की 17 बैठकें हुईं और 46 घंटे काम हुआ। इस दौरान 2018-19 की अनुदान की अनुपूरक मांगों के दूसरे बैच को सदन की मंजूरी दी गई।
सामान्य वर्ग को 10 फीसदी आरक्षण देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक के पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समर्थन करने वाले सभी सांसदों को धन्यवाद करते हुए कहा कि आरक्षण बिल पास होना देश के इतिहास में एतिहासिक पल है। हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर पूरी तरह कटिबद्ध हैं। यह जाति, संप्रदाय से ऊपर उठकर गरीब के लिए बेहतर करने का प्रयास है। विधेयक का समर्थन वाले सभी सांसदों को धन्यवाद।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट कर इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। स्वराजन ने भी ट्वीट कर इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “8 जनवरी 2019 का दिन भारत की लोकसभा के लिए एतिहासिक दिवस है। आज लोकसभा ने अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान से भारत में आए हुए प्रताड़ित अल्संख्यकों को जैसे हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान किए जाने वाला विधेयक पारित किया है।
बुधवार को राज्यसभा में आरक्षण संबंधी यह बिल पेश किया जाएगा। इस बिल को ऐतिहासिक करार देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में पेश होने वाले बिल पर उम्मीद जताई कि वहां भी यह बिल पास हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक जिन लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलता था। अब उन्हें भी फायदा मिलेगा। ये लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग थी। यह बिल देश के हित में लाया गया है। उम्मीद है कि राज्यसभा में यह बिल पास हो जाएगा। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने भी ट्वीट करते हुए आरक्षण बिल पास होने पर सभी को बधाई दी।