Edited By Yaspal,Updated: 20 Nov, 2018 08:13 PM
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मंगलवार को 72 सीटों पर वोटिंग हुई। कई मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था की खबरें भी आईं और निर्धारित समय 8 बजे के बाद मतदान शुरू हुआ। इन केंद्रों पर...
नेशनल डेस्कः छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मंगलवार को 72 सीटों पर वोटिंग हुई। कई मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था की खबरें भी आईं और निर्धारित समय 8 बजे के बाद मतदान शुरू हुआ। इन केंद्रों पर ईवीएम में खराबी की शिकायत मिलीं थी। इस बीच, कुछ अफसरों के खिलाफ सत्ताधारी दल के पक्ष में मतदान करने लिए दबाव बनाने के आरोप में कार्रवाई की गई है।
क्या था पूरा मामला
बिलासपुर के एसपी ने एक शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करते हुए गौरेला थाना प्रभारी एस.एस. सोरी और पेंड्रा थाना प्रभारी अमित पाटले को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। इन अफसरों पर सत्ताधारी दल से प्रभावित होकर एक दल विशेष के खिलाफ वोटिंग कराने का आरोप है। प्राथमिक शिकायत सही पाए जाने पर दोनों ही आरोपी अफसरों को को रक्षित केंद्र बिलासपुर संबद्ध किया गया है। निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक पीठासीन अधिकारी पर भी कार्रवाई की है। उन्हें निर्वाचन कार्य से अलग कर दिया गया है। इन पर भी एक पार्टी विशेष के लिए काम करने का आरोप लगा है।
किस-किस पर लगा आरोप
शिकायतकर्ता ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने बताया कि मरवाही विधानसभा सीट के बूथ नंबर 47 धनौली ग्राम में एक बुजुर्ग मतदाता ने अपना वोट एक नंबर के बजाय किसी अन्य पर दबाने के लिए कहा। लेकिन वहां मौजूद रिटर्निंग ऑफिसर कमल तिवारी ने किसी अन्य नंबर पर बटन दबाने के लिए दबाव बनाया। बूथ एजेंट ने इसकी तत्काल शिकायत की। जिला निर्वाचन अधिकारी पी. दयानंद ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी पीठासीन अधिकारी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।