Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Oct, 2018 03:15 PM
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) सुप्रीमो बिमल गुरुंग गुट पर्वतीय अंचल के स्थायी राजनीतिक समाधान के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हो गई है। गुट के नेता लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त)...
कोलकाता: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) सुप्रीमो बिमल गुरुंग गुट पर्वतीय अंचल के स्थायी राजनीतिक समाधान के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हो गई है। गुट के नेता लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) रमेश अल्ले ने एक बयान में कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में 40 वर्षों तक नि:स्वार्थ रूप से देश की सेवा करने के बाद मैं किसी भी राष्ट्र-विरोधी गतिविधि में खुद को कैसे शामिल कर सकता हूं या कानून का उल्लंघन के मामले में शामिल कैसे हो सकता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं कैसे गोरखा रेजीमेंट और उसके वफादार दिग्गजों का अपमान कर सकता हूं। राष्ट्रीय नेता मुख्यमंत्री बनर्जी के लिए मेरे मन में अत्यधिक सम्मान है। हमें अपनी दृष्टि और विचार के साथ पवर्तीय क्षेत्र का स्थायी राजनीतिक समाधान करने की आवश्यकता है। हम बनर्जी के साथ इस पर संवाद करने के लिए तैयार हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) अलय ने मुख्यमंत्री के साथ गहरे संबंधों का हवाला देते हुए बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को पहले ही मेल भेजा गया है।