Edited By ,Updated: 28 Nov, 2016 06:00 PM
केंद्र सरकार ने 8 नवंबर को 500/100 के पुराने नोटों को बंद करने का ऐलान किया था...
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने 8 नवंबर को 500/1000 के पुराने नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। जिसके बाद से देश की जनता को अपने ही पैसों को निकालने के लिए उन्हें प्रयोग में लाने के लिए तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस नोटबंदी का असर व्यापार से लेकर मंदिर के चढ़ावे तक नजर आ रहा है। नोटंबदी के बाद से जहां कुछ मंदिरों में भगवान का चढ़ावे में बढ़ोत्तरी हुई थी तो वहीं, कुछ मंदिरों में अब भगवान भी पैसों के लिए तरसे नजर आ रहे हैं। शिरडी के साई मंदिर में बाबा के ऊपर चढऩे वाले चढ़ावे में 50 फीसदी कमी आई है।
जबकि अब मंदिरों के महंतों ने इसके लिए पे.टी.एम. का हाथ थामा है। दिल्ली के कालकाजी मंदिर में अब जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं जिन पर लिखा है कि मां को चढ़ावा चढ़ाने के लिए पे.टी.एम. करें । ऐसे में अब कह सकते हैं कि भगवान भी नोटबंदी से प्रभावित हो गए हैं।
वहीं,जल्द मंदिर में क्रेडिट-डेबिट कार्ड से भी दान स्वीकार करने की व्यवस्था की जाएगी। कालकाजी मंदिर में नोटबंदी के कारण करीब 50 से 60 फीसदी दान में कमी आई है। इसका एक मात्र कारण लोगों के पास कैश की कमी है।