Edited By Seema Sharma,Updated: 03 Apr, 2018 08:21 AM
गूगल ने मशहूर समाजसेविका तथा स्वतंत्रता सेनानी कमलादेवी चट्टोपाध्याय की 115वीं जयंती पर आज डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने आजादी के बाद भारतीय हथकरघा और रंगमंच में नई जान फूंकने में अहम भूमिका निभाई। डूडल में कमलादेवी...
नई दिल्ली: गूगल ने मशहूर समाजसेविका तथा स्वतंत्रता सेनानी कमलादेवी चट्टोपाध्याय की 115वीं जयंती पर आज डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने आजादी के बाद भारतीय हथकरघा और रंगमंच में नई जान फूंकने में अहम भूमिका निभाई। डूडल में कमलादेवी चट्टोपाध्याय के किए गए कार्यों की झलक भी साफ दिखाई देती है। कमलादेवी चट्टोपाध्याय का जन्म तीन अप्रैल, 1903 को मंगलोर (कर्नाटक) में हुआ था। कमलादेवी जब सिर्फ सात साल की ही थीं, उसी समय उनके पिता का निधन हो गया था। उनकी 14 साल की उम्र में ही शादी हो गई थी, लेकिन दो साल बाद ही उनके पति कृष्ण राव की मौत हो गई।
उन्होंने बाद में सरोजिनी नायडू के भाई हरेंद्र नाथ चट्टोपाध्याय से शादी की। विधवा विवाह और जाति से अलग विवाह करने की वजह से वह आलोचना की शिकार भी हुईं लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। उन्होंने फिल्मों में भी काम किया है जिसमें शंकर पार्वती और धन्ना भगत शामिल है। इसके अलावा उन्होंने दो मूक फिल्में की है। कमलादेवी पति हरेंद्रनाथ चट्टोपाध्याय के साथ लंदन चली गई थीं लेकिन जब 1923 में उन्हें गांधीजी के असहयोग आंदोलन के बारे में पता चला तो वह भारत आ गईं और आजादी के आंदोलन में शामिल हो गईं। उन्होंने गांधीजी के नमक सत्याग्रह में भी हिस्सा लिया था।