वायु प्रदूषण से निपटने के लिए विधायी रास्ता अपनाए सरकार : थरूर

Edited By shukdev,Updated: 21 Nov, 2019 06:53 PM

government adopts legislative route to tackle air pollution tharoor

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने वायु प्रदूषण की विभीषिका से मिलकर निपटने पर जोर देते हुए सरकार से विधायी रास्ता अपनाने एवं नई राष्ट्रीय स्वच्छ हवा नीति पर लागू करने पर जोर दिया। लोकसभा में ‘वायु प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन'' पर नियम 193 के तहत चर्चा...

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने वायु प्रदूषण की विभीषिका से मिलकर निपटने पर जोर देते हुए सरकार से विधायी रास्ता अपनाने एवं नई राष्ट्रीय स्वच्छ हवा नीति पर लागू करने पर जोर दिया। लोकसभा में ‘वायु प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन' पर नियम 193 के तहत चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा,‘ वायु प्रदूषण आज एक ऐसी समस्या बन गया है जिसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता। यह सिर्फ दिल्ली, हरियाणा या पंजाब की समस्या नहीं है बल्कि इसके दायरे में पूरा देश आ गया है।' उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इसके आर्थिक प्रभाव है, जीडीपी पर इसका प्रभाव है और इसके कारण श्रम दिवस में लगातार गिरावट आ रही है। इसके कारण लोगों के जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव अत्यंत गंभीर है। थरूर ने कहा कि वायु प्रदूषण के कारण स्कूली बच्चों के फेफड़े पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि वायु प्रदूषण की विभिषिका से मिलकर निपटने की जरूरत है और इसके लिए मजबूत इच्छा शक्ति के साथ विधाई रास्ता अपनाया जाए और नई राष्ट्रीय स्वच्छ हवा नीति लागू की जाए। भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान आपदा प्रबंधन से निपटने में सक्षम आधारभूत ढांचे के लिए गठबंधन के विचार को आगे बढ़ाया। इस विषय पर चर्चा की जानी चाहिए। रूड़ी ने कहा कि जहरीली होती हवा को कम करने के लिए बार बार उच्चतम न्यायालय को निर्देश देना पड़ता है, इससे चिंता होती है कि हम इस काम में कहीं चूक गए। उन्होंने मांग की कि संसद में एयर प्यूरीफायर लगाया जाए ताकि सांसद भी हवा में प्रदूषण के स्तर से वाकिफ रहें। 

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