Edited By Yaspal,Updated: 20 Feb, 2021 09:17 PM
केंद्र ने चालू खरीफ विपणन सत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर लगभग 1.23 लाख करोड़ रुपये का 651.07 लाख टन धान की खरीद की है जो पिछले सत्र में इसी दौरान की खरीद से करीब 16 प्रतिशत अधिक है। गौरतलब है कि कृषि बाजार में सुधार के लिए बनाए गए तीन नये...
नई दिल्लीः केंद्र ने चालू खरीफ विपणन सत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर लगभग 1.23 लाख करोड़ रुपये का 651.07 लाख टन धान की खरीद की है जो पिछले सत्र में इसी दौरान की खरीद से करीब 16 प्रतिशत अधिक है। गौरतलब है कि कृषि बाजार में सुधार के लिए बनाए गए तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। खरीफ विपणन का मौसम अक्टूबर से शुरू होता है।
खाद्य मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘खरीफ विपणन सत्र 2020-21 में, सरकार एमएसपी स्कीमों के अनुसार किसानों से खरीफ 2020-21 फसलों की खरीद करना जारी रखे है, जैसा कि पिछले सत्र में किया गया था।'' केंद्र ने 19 फरवरी तक 651.07 लाख टन धान की खरीद की है, जो पिछले सत्र की इसी अवधि में 561.67 लाख टन की खरीद से 15.91 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘चालू खरीद अभियान से लगभग 93.93 लाख किसान पहले ही 1,22,922.58 करोड़ के एमएसपी मूल्य पर हुए खरीद कार्यों से लाभान्वित हो चुके हैं।'' धान की अब तक हुई 651.07 लाख टन की कुल खरीद में से, पंजाब ने अकेले 202.82 लाख टन का योगदान दिया है जो कुल खरीद का 31.15 प्रतिशत हिस्सा है। मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान तीन नए कानूनों को रद्द करने और एमएसपी की कानूनी गारंटी के लिए दिल्ली-सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।