Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 11:09 PM
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वीरवार को कश्मीर घाटी में पहली बार पथराव करने के आरोपियों को राहत देते हुए उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की घोषणा की।
केंद्र सरकार ने कश्मीर के लिए नियुक्त वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा की सिफारिशों को...
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वीरवार को कश्मीर घाटी में पहली बार पथराव करने के आरोपियों को राहत देते हुए उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की घोषणा की।
केंद्र सरकार ने कश्मीर के लिए नियुक्त वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा की सिफारिशों को मानते हुए राज्य सरकार को ऐसा करने की सलाह दी थी। पहली बार पथराव करने वाले तकरीबन 4500 युवाओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की केंद्र सरकार की सलाह के अगले दिन आज जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस निर्णय की घोषणा की। जम्मू की नैशनल पैंथर्स पार्टी ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है।
यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य में शांति बहाल करने के सिलसिले में श्री शर्मा के दूसरे दौर की वार्ता के ठीक एक दिन पहले यह घोषणा की गई है। पूर्व खुफिया ब्यूरो (आई.बी.) प्रमुख को वार्ताकार नियुक्त किए जाने के बाद इस महीने की शुरूआत में उन्होंने घाटी की पहली यात्रा की, लेकिन कारोबारी समुदाय, अलगाववादियों और सभ्य समाज के अधिकांश लोगों की दूरी के कारण गतिरोध खत्म नहीं कर सके। महबूबा ने कहा कि विश्वास बहाली का यह कदम जम्मू-कश्मीर के हालात को बदलने वाला और सतत् संवाद के जरिए फिर से मेलजोल का माहौल बनाने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। केंद्र के सुझावों को राज्य सरकार गंभीरता से ले रही है।