Edited By ,Updated: 20 Apr, 2016 10:04 PM
सरकार एक सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा मंच बनाने पर विचार कर रही है, जिसके जरिये सभी सरकारी लाभ स्थानांतरित किए जाएंगे।
नई दिल्ली : सरकार एक सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा मंच बनाने पर विचार कर रही है, जिसके जरिये सभी सरकारी लाभ स्थानांतरित किए जाएंगे। इनमें गरीबी रेखा से नीचे बीपीएल परिवारों के लिए नकदीरहित अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने की सुविधा भी शामिल है।
सभी नागरिकों को इस सामाजिक सुरक्षा प्लेटफार्म तक पहुंच उपलब्ध कराने के लिए सरकार डाकघरों और बैंक मित्रों के जरिये कवरेज बनाने का प्रयास कर रही है। वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने आज दसवें सिविल सर्विसेज दिवस पर कहा,‘‘एक बार सामाजिक सुरक्षा प्लेटफार्म बनने और सभी नागरिकों तक इसकी पहुंच उपलब्ध कराने के बाद हम इस पर अन्य उत्पाद भी डालना शुरू करेंगे। इसमें सबसे पहले वह उत्पाद डाला जाएगा जिसकी घोषणा बजट में की गई है। यह बीपीएल परिवारों के लिए एक लाख रुपये तक का अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने का कवरेज है।’’
सिन्हा ने कहा,‘‘आप ऐसी स्थिति की कल्पना कर सकते हैं जिनसें एक गरीब व्यक्ति किसी प्रमाणीकृत अस्पताल जाता है, जहां यह पता लगाया जाता है उसको किस तरह के इलाज की जरूरत है, तब उसकी पहचान के लिए आधार का इस्तेमाल किया जाता है और उसके बाद वह नकदीरहित इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते है और इसमें उसको अपनी बचत का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। हम कुछ इसी तरह का प्लेटफार्म बनाना चाहते हैं। यह जनधन योजना के जरिये हो रहा है जो इन सभी की शुरुआत का आधार है।’’ इस कार्यक्रम में स्वच्छ विद्यालय सत्र की अध्यक्षता मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने की। इसमें इस कार्यक्रम के महत्व विशेषरूप से बालिकाओं के लिए, पर चर्चा हुई।