Edited By shukdev,Updated: 13 May, 2020 06:13 PM
कांग्रेस ने सरकार पर कोरोना वायरस जांच से जुड़े दिशानिर्देशों को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि बिना अंतिम जांच के ही मरीज को छुट्टी देने की व्यवस्था देश के लिए भयावह साबित होगी। पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा....
नई दिल्ली: कांग्रेस ने सरकार पर कोरोना वायरस जांच से जुड़े दिशानिर्देशों को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि बिना अंतिम जांच के ही मरीज को छुट्टी देने की व्यवस्था देश के लिए भयावह साबित होगी। पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि मरीज को छुट्टी देने की नई व्यवस्था बदली जाए और अगर ऐसा नहीं होता तो कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में भारत की स्थिति भी अमेरिका और यूरोप की तरह हो सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संशोधित दिशानिर्देशों के मुताबिक, कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों वाले मरीज में अगर 10 दिनों बाद कोई लक्षण नजर नहीं आता है, तो उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। इसमें यह भी कहा गया है कि अस्पताल से छुट्टी देने से पहले परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं होगी। सुष्मिता ने आरोप लगाया कि सरकार कोरोना वायरस संकट से निपटने में नाकाम रही है और अब अपनी नाकामियां छिपाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा,‘बिना जांच के ही मरीज को छुट्टी देने का निर्णय गलत है। इससे वायरस फैलेगा। इस निर्णय को वापस लिया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हमारी हालत भी अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन और इटली जैसी ही होगी।' कांग्रेस नेता ने दावा किया कि कोविड-19 की जांच के, ‘एलीशा किट्स' के निर्माण के लिए लाइसेंस देने में कुछ कंपनियों को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है।