Edited By shukdev,Updated: 12 Nov, 2019 05:31 PM
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश को कांग्रेस ने लोकतंत्र का ‘उपहास'' और सांविधानिक प्रक्रिया के साथ ‘मजाक'' करार दिया है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को एक ट्वीट...
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश को कांग्रेस ने लोकतंत्र का ‘उपहास' और सांविधानिक प्रक्रिया के साथ ‘मजाक' करार दिया है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को एक ट्वीट श्रंखला में कहा कि कोश्यारी ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर लोकतंत्र का उपहास किया है और सांविधानिक प्रक्रिया को मजाक बना दिया है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने अपने काम ईमानदारी नहीं दिखाई और राजनीति से प्रेरित होकर काम किया। उन्होेंने कहा कि बोम्मई मामले के अनुसार राज्यपाल ने सांविधानिक प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए चार बड़ी गलतियां की है। बोम्मई मामले के अनुसार सरकार गठन के लिए सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित करना चाहिए।
राज्यपाल को भारतीय जनता पार्टी- शिवसेना गठबंधन या राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- कांग्रेस गठबंधन को सरकार का गठन करने के लिए बुलाना चाहिए। राज्यपाल ने अकेली पार्टी को सरकार गठन के लिए आमंत्रित करना शुरू किया। उन्होंने मनमाने ढंग से भाजपा को 48 घंटे तथा शिवसेना को 24 घंटे का समय दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 24 घंटे का समय भी नहीं दिया और राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी।