Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 May, 2018 12:12 PM
वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासीन मलिक के संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जे.आर.एल.) ने आरोप लगाया कि सरकार ने कश्मीर को ‘बूचडख़़ाना’ में तब्दील कर दिया है।
श्रीनगर : वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासीन मलिक के संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जे.आर.एल.) ने आरोप लगाया कि सरकार ने कश्मीर को ‘बूचडख़़ाना’ में तब्दील कर दिया है। एक बयान में नेताओं ने कहा कि घाटी भर में निर्दोष नागरिकों के खिलाफ सरकार ने ‘आतंक का शासन’ शुरु कर दिया है। राज्य सरकार ने पूरी घाटी को बूचडख़ाना में तब्दील कर दिया है। जे.आर.एल. ने 5 मई को अहदूस होटल में प्रेस कांफ्रैंस आयोजित करने की भी घोषणा की।
गत रात शोपियां में किशोर उमर कुमार की मौत को सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और दु:खदायक करार दिया। हम शहीदों द्वारा प्रदान किए गए बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। हम अपने मिशन को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे पहले हुरियत कांफ्रैंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जे.के.एल.एफ.) प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक की हुरियत कांफ्रैंस (जी) प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के साथ आज हैदरपुरा इलाके में स्थित गिलानी के आवास पर अचानक बैठक हुई। बैठक के बाद राजनीतिक हल्कों में एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है।
उमर फारुक और यासीन मलिक लगभग 11 बजे अचानक गिलानी के घर पहुंचे। गिलानी के घर के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने भी दोनों अलगाववादियों को नहीं रोका। तीनों अलगाववादियों के बीच बैठक हुई। बैठक में तहरीक-ए-हुरिर्यत प्रमुख मोहम्मद अशरफ सहराई व कुछ अन्य अलगाववादी नेता भी मौजूद थे। हालांकि हुर्रियत से जुड़े लोगों ने इस बैठक के बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया है, लेकिन गत रोज नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर पीस एंड प्रोग्रेस के चेयरमैन ओपी शा की गिलानी के साथ हुई मुलाकात के बाद आज अलगाववादियों के बीच हो रही इस बैठक से वादी में राजनीतिक कयासों का दौर शुरू हो गया है। ओपी शा ने गिलानी से मुलाकात के बाद कहा कि वह गिलानी को नई दिल्ली से बातचीत की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कहने आए है।