Edited By Yaspal,Updated: 29 Mar, 2020 06:47 PM
कोरोना महामारी के कहर के चलते जारी लॉकडाउन से भले ही लोगों की जिंदगियां घरों में 21 दिनों के लिए कैद हो गई हैं, मगर इसका असर मौसम पर अच्छा दिख रहा है। लॉकडाउन के ऐलान के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत 90 महानगरों की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है।...
नेशनल डेस्कः कोरोना महामारी के कहर के चलते जारी लॉकडाउन से भले ही लोगों की जिंदगियां घरों में 21 दिनों के लिए कैद हो गई हैं, मगर इसका असर मौसम पर अच्छा दिख रहा है। लॉकडाउन के ऐलान के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत 90 महानगरों की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। दिल्ली-एनसीआर में आसमान साफ दिख रहा है और वायु प्रदूषण में कमी आई है। दिल्ली-एनसीआर इलाके में शनिवार की सुबह साफ नीले आसमान में चमकता हुआ सूरज दिखा। इस बात की पुष्टि डेटा भी कर रहा है। दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण शनिवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में पिछले साल 18 अगस्त के बाद से पीएम 10 (हवा में सूक्ष्म कण) का सबसे कम स्तर दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर में सुबह दस बजे पीएम10 का स्तर 32.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया जोकि पिछले साल 18 अगस्त को दर्ज किए गए न्यूनतम 15.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के बाद से सबसे कम है। शहर में हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 40 पर रहा, जो कि 'अच्छा' की श्रेणी में आता है।
पर्यावरण और मौसम विशेषज्ञों ने वायु की गुणवत्ता में सुधार का श्रेय कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर 21 दिनों के लिए लागू लॉकडाउन, बारिश और पश्चिमी विक्षोभ के कारण जारी तेज हवाओं को दिया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते वाहनों से होने वाले प्रदूषण और निर्माण कार्यों पर रोक के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक 'अच्छा' और 'संतोषजनक' की श्रेणी में रहने की उम्मीद है। प्रदूषण के ऐसे स्थानीय स्रोतों में कमी का असर दिखाई देगा।
दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 15.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में मार्च के दौरान 109.6 मिलीमीटर वर्षा का अब तक का उच्चतम स्तर दर्ज किया गया है। दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद में सुबह और शाम को यातायात का जब पीक आवर होता था तो मौसम और हवा की गुणवत्ता की स्थित काफी बुरी हो जाती थी, अब ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है।