Edited By Seema Sharma,Updated: 06 Feb, 2019 08:36 AM
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत के संचार उपग्रह जीसैट-31 का एरियन-5 रॉकेट से फ्रेंच गुयाना के कोउरू से सफल प्रक्षेपण किया। बुधवार तड़के 2 बजकर 31 मिनट पर एरियन-5 रॉकेट ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत के संचार उपग्रह जीसैट-31 का एरियन-5 रॉकेट से फ्रेंच गुयाना के कोउरू से सफल प्रक्षेपण किया। बुधवार तड़के 2 बजकर 31 मिनट पर एरियन-5 रॉकेट ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी और प्रक्षेपण के करीब 42 मिनट बाद जीसैट-31 को सफलतापूर्वक उसकी भूस्थैतिक कक्षा में स्थापित कर दिया। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार उपग्रह का जीवनकाल 15 साल का है। कक्षा के अंदर मौजूद कुछ उपग्रहों पर परिचालन संबंधी सेवाओं को जारी रखने में यह उपग्रह मदद मुहैया करेगा और जियोस्टेशनरी कक्षा में केयू-बैंड ट्रांसपोंडर की क्षमता बढ़ायेगा। इसरो ने बताया कि यह 2,535 किलोग्राम वजनी उपग्रह है। यह इसरो के पूर्ववर्ती इनसैट/जीसैट उपग्रह श्रेणी के उपग्रहों का उन्नत रूप है।
यह उपग्रह भारतीय भू-भाग और द्वीप को कवरेज प्रदान करेगा। इसरो ने यह भी कहा कि जीसैट-31 का इस्तेमाल सहायक वीसैट नेटवर्कों, टेलीविजन अपलिंक्स, डिजिटल उपग्रह समाचार जुटाने, डीटीएच टेलीविजन सेवाओं, सेलुलर बैक हॉल संपर्क और इस तरह के कई ऐप्लीकेशन में किया जाएगा।
इसरो के अनुसार यह उपग्रह अपने व्यापक बैंड ट्रांसपोंडर की मदद से अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के विशाल समुद्री क्षेत्र के ऊपर संचार की सुविधा के लिए विस्तृत बीम कवरेज प्रदान करेगा।