Edited By Anil dev,Updated: 03 Sep, 2018 04:12 PM
माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के विज्ञापन पर सरकार ने 132.38 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत काम करने वाली एक एजेंसी ने एक आरटीआई के जवाब में यह जानकारी दी है।
नई दिल्ली: माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के विज्ञापन पर सरकार ने 132.38 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत काम करने वाली एक एजेंसी ने एक आरटीआई के जवाब में यह जानकारी दी है।
शून्य बताया गया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर हुआ खर्च
मंत्रालय के तहत काम करने वाले ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशंस से मंत्रालय ने नौ अगस्त 2018 को आरटीआई के जवाब में मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने पत्र पत्रिकाओं में जीएसटी के विज्ञापनों पर 1,26,93,97,121 रुपए खर्च किए हैं। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर खर्च शून्य बताया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार खुले में इस्तहार आद के माध्यम से जीएसटी के प्रचार पर 5,44,35,502 रुपये खर्च किए हैं।
एक जुलाई 2017 को लागू किया गया था जीएसटी
उल्लेखनीय है कि जीएसटी को एक जुलाई 2017 को लागू किया गया था। जीएसटी को जहां सरकार कर सुधार की दिशा में मील का पत्थर बताती रही है. तो वहीं विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर हमलावर रहा है और इसे खासकर छोटे दुकानदारों की 'कमर तोडऩा वाला फैसला' बताता रहा है।