Edited By Anil dev,Updated: 11 Sep, 2021 06:27 PM
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में विधानसभा चुनाव होने से लगभग सवा साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
नेशनल डेस्क: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में विधानसभा चुनाव होने से लगभग सवा साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि रूपाणी ने किन कारणों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के 3 घंटे पहले रुपाणी पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। रूपाणी ने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। गुजरात की सियासत में सबसे हैरानी वाली बात यह है कि नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद यहां कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। आईए देखते हैं एक लिस्ट।
गुजरात में 23 साल में पांच मुख्यमंत्री बदले
- केशुभाई पटेल 1995 में सात महीने तक मुख्यमंत्री रहे थे, लेकिन इसके बाद सत्ता शंकर सिंह वाघेला के हाथों में चली गई।
- केशुभाई 4 मार्च 1998 को दोबारा मुख्यमंत्री बने और करीब साढ़े तीन साल यानी 6 अक्टूबर 2001 तक मुख्यमंत्री रहे।
- केशुभाई के बाद नरेंद्र मोदी 7 अक्टूबर 2001 को मुख्यमंत्री बने। वे 22 मई 2014 तक इस पद पर रहे। उनके बाद आनंदीबेन पटेल 7 अगस्त 2016 तक दो साल तीन महीने मुख्यमंत्री रहीं।
- आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद विजय रूपाणी को गुजरात के सीएम बने। वे दिसंबर 2017 तक मुख्यमंत्री रहे। फिर विधानसभा चुनाव के बाद भी उन्हें ही कमान मिली।
इस्तीफे के बाद क्या बोले रूपाणी
रूपाणी ने शनिवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया। मैंने राज्य के विकास में योगदान दिया। आगे मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं करुंगा।'' रूपाणी ने कहा, ‘‘भाजपा में यह परंपरा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां समय-समय पर बदलती हैं। पार्टी भविष्य में मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे लेने को तैयार रहूंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की जनता की सेवा करने का यह अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं।'' रूपाणी ने राज्य भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्रियों पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख मांडविया, राज्य सरकार में सहयोगी उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, भूपेंद्रसिंह चूडास्मा और प्रदीप सिंह जडेजा के साथ राज्यपाल से मुलाकात की। इस्तीफे की वजह पूछने पर रूपाणी ने कहा, ‘‘भाजपा में पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह रिले रेस की तरह है। इसमें एक कार्यकर्ता दूसरे को मशाल सौंपता है।'' राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी इस बारे में फैसला करेगी।