Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Sep, 2021 02:02 PM
ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम तटों के बीच से रविवार को ‘गुलाब'' चक्रवात के गुजरने की आशंका है जिसके मद्देनजर बचाव और राहत कार्यों के लिए उत्तर तटीय आंध्र जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के तीन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF)...
नेशनल डेस्क: ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम तटों के बीच से रविवार को ‘गुलाब' चक्रवात के गुजरने की आशंका है जिसके मद्देनजर बचाव और राहत कार्यों के लिए उत्तर तटीय आंध्र जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के तीन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के एक दल को तैनात किया गया है। सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की को योजना बनाई गई है।
श्रीकाकुलम में NDRF के दो दलों को तैनात किया गया है जहां चक्रवात का अधिक प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा विशाखापत्तनम में एक दल को तैनात किया गया है। विशाखापत्तनम में SDRF के एक दल को भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इन जिलों के मछुआरों से 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने को कहा है।
इन जिलों में अलर्ट
ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के 42 दलों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 24 दलों के साथ दमकल कर्मियों को सात जिलों गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल भेजा। ओडिशा सरकार ने कुछ इलाकों में नदियों के उफान पर होने, भूस्खलन आने की आशंका को लेकर आगाह किया है। जीना ने बताया कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहे चक्रवात की तीव्रता ‘तितली' के समान होगी। ‘तितली' तूफान ने 2018 में राज्य में तबाही मचायी थी।